बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर लौटे नीतीश, कहा- रिलीफ कैंप में कमी नहीं हो

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RGA News, पटना बिहार

Flood in Bihar बिहार में बाढ़ के खराब हालात को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने आज उच्‍च स्‍तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें कई फैसले लिए। उन्‍होंने इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। ...

पटना :- बिहार में गहराते बाढ़ के संकट को देखते हुए रविवार को मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने राहत व बचाव को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में बाढ़ के हालात को देखते हुए मुख्‍यमंत्री ने कई महत्‍वपूर्ण निर्देश दिए। इसके अलावा मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक के बाद आज बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। उन्‍होंने हवाई सर्वेक्षण कर हालात की जानकारी ली। वहीं उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार माेदी ने कहा कि कुछ जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। 

मुख्‍यमंत्री ने दिए कई निर्देश 
बिहार के शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, सुपौल, किशनगंज आदि जिले बाढ़ में डूबे हुए हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाई लेवल बैठक करने के बाद दोपहर बाद बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उनके साथ बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा भी थे। इस दौरान उन्‍होंने संबंधित जिला प्रशासन को भी कई आवश्‍यक निर्देश दिए। 

कम्युनिटी किचेन व रिलिफ कैंप पर जोर
उन्‍होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में अधिक से अधिक रिलीफ कैंप खोले जाएं। रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन में और गति लाया जाए। उन्‍होंने कहा कि कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था हो। कम्‍यूनिटी किचेन में भी तेजी लाने का निर्देश उन्‍होंने संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही सीएम ने भोजन की गुणवता और साफ-सफाई का भी निर्देश दिया। उन्‍होंने पशुओं के चारा पर अधिकारियों से बात की। कहा कि मानव की तरह पशु का भी लोग व अधिकारी ख्‍याल रखें। 

सरकार के कान कर दिए खड़े
दरअसल उत्तर बिहार की उफनती नदियों ने राज्य सरकार के कान खड़े कर दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं। दर्जन भर जिलों में बाढ़ के गंभीर होते हालात के बीच सीएम ने रविवार को हवाई सर्वेक्षण कर प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के प्रभावकारी कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्‍होंने कहा कि उत्तर बिहार की नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले तीन-चार दिनों के दौरान भारी बारिश के चलते बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है। नेपाल की तराई में इसी अवधि में पिछले साल औसतन करीब 50 मिमी बारिश हुई थी, जबकि इस बार 280 से 300 मिमी बारिश हो चुकी है। अत्यधिक वर्षा के कारण फ्लश फ्लड (अचानक बाढ़) की स्थिति है। राहत एवं बचाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टुकडिय़ां तैनात कर दी गई हैं। 

मुख्‍यमंत्री ने की समीक्षा बैठक 
इसके पहले मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास पर आवास उच्‍च स्‍तरीय बैठक में बाढ़ के हालात की समीक्षा की। बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय झा सहित वरीय अधिकारी मौजूद थे। बैठक में आपदा प्रबंधन, जल संसाधन व सड़क विभागाें के प्रधान सचिव उपस्थित थे।
अधिकरियों को सतर्क रहने का निर्देश 
वहीं जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि नेपाल में लगातार हो रही बारिश से बिहार में हालात खराब हुए हैं। सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है। अधिकरियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
हालात पर सरकार की नजर 
आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि हालात पर सरकार की नजर है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सरकार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है। रिलीफ कैंपों ने काम करना शुरू कर दिया है। लोगों के लिए सामुदायिक रसोई बनाए जा रहे हैं।

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