तंत्र साधना से लेकर मानव तस्करी तक प्रयास

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(जांच करते SSP पीलीभीत व पुलिसकर्मी) 

RGA न्यूज ब्यूरो  पीलीभीत

कहीं गुमराह करने को तो नहीं डाल दिया नरमुंड और हड्डी

सवालों का जवाब तलाशने को पुलिस जांच में जुटी

लापता बच्ची सुमन की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस अधिकारी मौका मुआयना करने के बाद उलझ कर रह गए हैं। खेत से मिले नरमुंड व हड्डी को देख उसके बच्ची का होने की बात पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पा रही है, लेकिन बच्ची के वहां पड़े कपड़ों से खेत में मिले मानव अवशेष के भी बच्ची के ही होने का दावा परिवार व गांव के लोग कर रहे हैं। पुलिस के साथ-साथ गांव के कुछ लोग मिले मानव अंग (खोपड़ी व हड्डी) आदि से इसे किसी तांत्रिक की करतूत या तंत्र-मंत्र के चक्कर में पड़ कर की हत्या मान रहे हैं या फिर ऐसा गुमराह करने के लिए तो नहीं किया गया, यह सवाल भी सभी के मन में उठ रहे है। जिसके लिए जांच तेज कर दी गई।  
परिवारवाले मौके पर मिले कपड़ों को देख उसके बच्ची के होने की बात कह रहे हैं। पिता महेश कुमार ने किसी तरह के विवाद या फिर रंजिश होने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। शायद यही वजह रही कि बच्ची के गायब होने के बाद भी उसने उसके लापता होने की तहरीर तो पुलिस को दी, लेकिन उसका अपहरण या फिर हत्या जैसी कोई आशंका व्यक्त नहीं की थी। अब बच्ची के कपड़ों के अलावा खेत से नरमुंड, हड्डी और बाल मिलने के बाद इसको ग्रामीण तंत्र साधना से भी जोड़कर देख रहे हैं। गांव के अधिकांश लोग हत्या के पीछे तंत्र साधना को ही अहम वजह बताते हुए आशंका जता रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के पहुंचने पर पूछने पर भी अधिकांश लोग इसी को लेकर इशारा करते दिखाई दिए। खेत के कुछ ही दूरी पर श्मशान स्थल है। यहां से तो कोई नरमुंड और हड्डी लेकर खेत में नहीं डाल दी गई। यह भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो रहा है कि ये नरमुंड इंसान का ही है। ऐसे में मामले को मानव तस्करी से भी जोड़कर देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं। एसपी ने बताया कि फिलहाल अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। हर बिंदु पर जांच जारी है। इन तमाम सवालों के जवाब डीएनए जांच से ही स्पष्ट हो सकेंगी। एएसपी, सीओ मौके पर डेरा जमाए हुए हैं। पीएसी की भी गांव में तैनाती की गई है।  

घटनास्थल से चलकर सीधे चाचा के घर रूका डॉग  
घटना को लेकर सुरागरसी करने के लिए पुलिस ने फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वाड टीम की मदद ली। पहले फील्ड यूनिट टीम के सदस्यों ने मौके से कई सैंपल जांच के लिए एकत्र किए। इसके बाद सर्च डॉग सौम्या को मौके पर लाया गया। इसके बाद सर्च डॉग सॉम्या घटनास्थल से चलते हुए सीधे बच्ची के चाचा के मकान में जाकर रूक गई। इस पर पुलिस ने बच्ची के चाचा को पूछताछ के लिए साथ ले जाना चाहा, लेकिन परिवार के लोगों के विरोध के बाद उसको छोड़ दिया गया है। हालांकि इस पहलू पर जांच जारी है। इसके अलावा सर्विलांस और स्वॉट टीम को भी सुरागरसी के लिए लगाया गया है।  

एक दिन पहले खेत पर चली थी कंबाइन  
जिस खेत में नरमुंड मिला है, उसमें एक दिन पहले ही कंबाइन से गेहूं की कटाई की गई थी। इस दौरान किसी को नरमुंड, हड्डी व कपड़े क्यों नहीं दिखाई दिए, जबकि उस दिन भी खेत में कई लोग मौजूद थे।  यह बात भी पुलिस के गले नहीं उतर सकी है। इसके लिए पुलिस ने कंबाइन स्वामी को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।  

एक दिन पहले ही जांच करने गए थे एएसपी  
बच्ची के लापता होने के बाद से लगातार पुलिस अधिकारी मामले में साक्ष्य जुटाने का प्रयास कर रही थी। एसपी ने बताया कि परिजनों से बातचीत कर जानकारी जुटाई जा रही थी। कुछ लोगों के सीडीआर भी निकाले गए थे, लेकिन उसमें कोई क्लू नहीं था। एक दिन पहले ही एएसपी रोहित मिश्रा को जांच के लिए भेजा गया था।  
 
दूर तक की गई कांबिंग, नहीं मिला धड़
नरमुंड व हड्डी मिलने के बाद शरीर के बकाया हिस्से की तलाश के लिए एएसआपी रोहित मिश्रा के निर्देश पर सीओ योगेंद्र शर्मा ने पुलिस बल और ग्रामीणों की मदद से काफी दूर तक कांबिंग की। खेतों व अन्य रास्तों पर जाकर तलाशा, लेकिन कुछ नहीं मिल सका है। 

कक्षा दो में पढ़ती थी सुमन  
मजदूर महेश कुमार के चार बच्चे हैं। तीन बेटी और एक बेटे में सुमन दूसरे नंबर की थी। वह गांव के ही प्राइमरी स्कूल में कक्षा दो में पढ़ाई कर रही थी।

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