बुखार ने मासूम की ले ली जान, दर्जनों शिकंजे में

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राष्ट्रीय ग्रामीण आवाज ब्यूरो चीफ अवध पटेल बदायूं

मलेरिया के मरीजों की संख्या में दिनोंदिन इजाफा हो रहा है

- स्वास्थ्य विभाग के इंतजाम फिर साबित हो रहे  नाकाम जिले में बुखार फिर बेकाबू होता जा रहा है। धीरे-धीरे लोगों को शिकंजे में ले रहा है। देहात इलाके में तकरीबन हर घर में बुखार का एक मरीज मिलने लगा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाई गई टीमें एक गांव में जाती हैं तो दूसरे गांव में बुखार के मरीजों को मिलने की सूचनाएं आने लगती हैं। गुरुवार को जानलेवा बुखार ने एक बच्चे की जान ले ली।

बगरैन : गुरुवार को बुखार की चपेट में आए छह साल के एक मासूम की मौत हो गई। वहीं आसपास इलाके के गांवों में बड़ी संख्या में लोग बुखार की चपेट में आ चुके हैं। स्वास्थ्य महकमे की ओर से किए जा रहे इंतजाम इलाके में नाकाफी साबित हो रहे हैं। कस्बा के मुहल्ला होली चौक निवासी गुफरान का छह वर्षीय पुत्र जुनेद को कई दिन से बुखार आ रहा था। परिवार वाले लगातार उसका इलाज करा रहे थे लेकिन राहत नहीं मिल पा रही थी। गुरुवार को अचानक उसकी हालत बिगड़ गई। इससे पहले कि परिजन उसे डॉक्टर के पास ले जाते, कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद गमगीन माहौल में उसकी अंत्येष्टि कर दी गई। कस्बा समेत आसपास क्षेत्र में लोगों को बुखार जकड़ रहा है। पिछले साल भी गांव पेपल, गरगईया व बगरैन में दर्जनों लोगों की बुखार के कारण मौत हो गई थी। जांच में 44 को निकला मलेरिया

 

सिलहरी : संवेदनशील ब्लाक जगत में भी बुखार ने दस्तक दे दी है। इस इलाके के गांव लखनपुर में मलेरिया के मरीज मिलने शुरू हो गए हैं। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शिविर लगाकर मरीजों का इलाज किया। टीम ने 95 मरीजों की जांच की। इनमें 30 मलेरिया के मिले। सभी को दवा व क्लोरीन की गोलियां बांटी गई हैं। इधर, समरेर के पहलादपुर गांव में भी टीम ने 90 मरीजो की जांच की। इनमें 14 में मलेरिया की पुष्टि हुई।

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