
RGA News, उत्तर प्रदेश आगरा
बाल अपराधियों को लेकर तीन पुलिसकर्मी आैर चालक जा रहे थे कोर्ट। पुलिस जीप चालक को सबक सिखाने को दी सजा। ...
आगरा:- जुवेनाइल मजिस्ट्रेट को पुलिस की गाड़ी के साइड न देने पर गुस्सा आ गया। कोर्ट पहुंचने पर पुलिस की गाड़ी चला रहे चालक की वर्दी मजिस्ट्रेट ने उतरवा दी। मामले की जानकारी जैसे ही यूपी 100 को हुई तो सीओ अछनेरा और एसओ मलपुरा सूचित किया। दोनों अधिकारी कोर्ट पहुंच गए। मजिस्ट्रेट से बात कर चालक को वर्दी पहनने दी गई। मामले को लेकर एसएसपी बबलू कुमार ने सभी पुलिसकर्मियों को बयान के लिए पुलिस लाइन बुला लिया।
मामले के अनुसार शुक्रवार को जुवेनाइल मजिस्ट्रेट अपनी कार से धनौली के सिरौली गांव स्थित कोर्ट जा रहे थे। उनके आगे पुलिस की गाड़ी जा रही थी। गाड़ी में पुलिसकर्मी दो बंदियों को जिला जेल से कोर्ट ले जा रहे थे। गाड़ी में दो बंदियों के अलावा चालक घूरेलाल और सिपाही राजेश, आलोक भारती और मनीष कुमार थे। मजिस्ट्रेट का कहना है कि पुलिस की गाड़ी आगे चल रही थी। उन्होंने कई बार हॉर्न देकर साइड मांगी लेकिन चालक ने साइड नहीं दी। कोर्ट पहुंचने पर मजिस्ट्रेट के सामने जैसे ही पुलिस की गाड़ी का चालक आया तो उन्होंने उसकी वर्दी उतरवा दी और एक तरफ खड़ा कर दिया। तभी वहां पहुंचे एक व्यक्ति ने सारा मामला देख बाहर आकर यूपी 100 पर फोन कर सूचित किया। सूचना पर सीओ अछनेरा नम्रता श्रीवास्तव और एसओ मलपुरा महेश यादव कोर्ट पहुंच गए और मजिस्ट्रेट से मामले को लेकर बात की। इसके बाद ही चालक दोबारा वर्दी पहन सका। मामले की जानकारी होने पर एसएसपी बबलू कुमार जिला जज और हाईकोर्ट को रिपोर्ट भेज रहे हैं। साथ ही पुलिस की गाड़ी में साथ जा रहे पुलिसकर्मियों को एसएसपी ने पुलिस लाइन बुलाकर मामले में बयान लिये हैं। पुलिसकर्मियों ने अपने बयान में इस बात की पुष्टि की है कि जुवेनाइल मजिस्ट्रेट ने घूरेलाल की वर्दी उतरवाई थी। बताया जा रहा है कि जुवेनाइल कोर्ट पहुंचने के लिए आगरा- जगनेर रोड से लिंक रोड पर डेढ़ किमी चलना पड़ता है। शाम तक इस मामले में कोई लिखा-पढ़ी नहीं हुई थी।