उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू ने स्‍वीकार किया CM नीतीश का आग्रह, बोले- PU को केंद्रीय विवि बनवाने में करेंगे मदद

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RGA न्यूज़ बिहार पटना

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू रविवार को पटना में थे। पटना विश्वविद्यालय पुस्तकालय के शताब्दी समारोह में उन्‍होंने पटना विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा दिलाने में मदद का अश्‍वासन दिया।...

पटना:- देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू रविवार को बिहार दौरे पर पटना पहुंचे। यहां उन्‍होंने पटना विश्वविद्यालय पुस्तकालय व पटना हाईस्कूल के शताब्दी समारोह तथा कैंसर अस्‍पताल के कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान पटना विश्वविद्यालय (PU) के पुस्तकालय के शताब्दी वर्ष समारोह में उपराष्‍ट्रपति ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विवि का दर्जा देने की मांग पर मदद का आश्‍वासन दिया। 
पटना विश्वविद्यालय पुस्तकालय के शताब्दी समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू  ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह को स्वीकार करते हुए पटना विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा दिलाने के लिए हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मंत्री से इस संबंध में बात करेंगे। 
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अप्रत्यक्ष रुप से कहा कि दो साल पहले प्रधानमंत्री पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में आए थे तो सार्वजनिक तौर पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मांग की थी, जिसपर अभी तक कार्रवाई सिफर है। उन्होंने उपराष्ट्रपति से इस पर ध्यान देने का आग्रह किया। 

मातृभाषा और मातृभूमि को कभी नहीं भूलें
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पटना विश्वविद्यालय के पुस्तकालय के शताब्दी वर्ष समारोह में रविवार को कहा कि मां, मातृभाषा और मातृभूमि को कभी नहीं भूलना चाहिए। विकास के लिए पलायन जरूरी हो तो कहीं भी जा सकते हैं, लेकिन माता-पिता और मातृभूमि की बेहतरी की सदैव चिंता करें। घर में मातृभाषा में ही बातचीत होनी चाहिए। मातृभाषा ही आपकी पहचान है। अंग्रेजी सीखने से पहले आप अपनी मातृभाषा को सीखें। उन्होंने मां और मम्मी का उच्चारण कर उसके भाव का अंतर छात्र व समारोह में बैठे लोगों को समझाया। कहा कि अंग्रेजों ने धन-संपदा के साथ वैचारिक समझ को लूटा है। देश की बेहतरी के लिए जितना जल्दी हो, हमें पहले देश और तब मैं को आत्मसात करना होगा। 

सफलता के लिए जीवन में फोर 'सी' पर दें ध्यान
उपराष्ट्रपति ने कहा कि वह राजनीति से सेवानिवृत्त हो चुके हैं लेकिन सामाजिक जीवन में सक्रिय हैं। उन्होंने छात्रों को सफलता के लिए जीवन में फोर 'सी' (कैरेक्टर, कैलिवर, कैपेसिटी और कंडक्ट) पर सदा ध्यान देने को कहा। फोर 'सी' का अर्थ करप्शन, क्राइम, कास्ट आदि समझने वालों को शुरुआती फायदे मिल गए हैं। अब इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है। उपराष्ट्रपति ने लाइब्रेरी की दुर्लभ पांडुलिपियों के संरक्षण के लिए अपने स्तर से सहयोग देने का आश्वासन दिया। 
सीएम नीतीश बोले: बिहार में पुनर्जीवित होगा नालंदा विश्वविद्यालय
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में नालंदा विश्वविद्यालय को दोबारा से जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। कई स्तर पर काम किए जा रहे हैं। उन्होंने पीयू को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग की, जिस पर उपराष्ट्रपति ने हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। 
नीतीश कुमार ने पटना विवि के इतिहास पर प्रकाश डाला। कहा कि यह कोई सामान्‍य विश्‍वविद्यालय नहीं है। इसका अपना स्‍वर्णिम इतिहास रहा है। इस विश्‍वविद्यालय में कई राज्‍यों के विद्यार्थी पढ़ने आते थे। इसके विकास के लिए जो भी फंड की आवश्‍यकता होगी, उसे सरकार देगी। वहां बैठे छात्रों की मांग पर उन्‍होंने कहा कि वे तो पहले से कहते रहे हैं कि इसे केंद्रीय विश्‍वविद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि बिहार में सम्राट चंद्रगुप्‍त, चाणक्‍य और आर्यभट्ट के नाम पर विश्‍वविद्यालय खोले गए हैं। 

भाषण के दौरान छात्रों ने उठाई मांग
पटना लॉ कॉलेज के छात्र सह जन अधिकार छात्र परिषद् के गौतम आनंद के नेतृत्व में छात्रों ने पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने की मांग की। वे इसके समर्थन में हाथ से लिखे पोस्टर लेकर आए थे। मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान छात्रों ने मांग के समर्थन में नारेबाजी की। इस पर सीएम ने कहा कि उनकी बात उचित जगह पर पहुंचा दी गई है। उपराष्ट्रपति के भाषण के दौरान भी छात्रों ने मांग दोहराई। इस पर वेंकैया नायडू ने शिक्षा मंत्री से बात करने का आश्वासन दिया। कुलपति प्रो. रास बिहारी प्रसाद सिंह की अपील पर छात्र अपनी सीट पर बैठे। 
प्रधानमंत्री से भी लगा चुके हैं गुहार
बता दें कि पिछले साल पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इसे सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग मंच से ही की थी। छात्र जदयू ने इसे लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था। पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, कर्मचारी संघ व छात्रसंघ इसकी मांग कई दशक से कर रहा है। पिछले साल विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी की संभावना पर रिपोर्ट तैयार किया था। 

राज्‍यपाल बोले: पटना विवि का गौरवपूर्ण इतिहास 
शताब्‍दी समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के नए राज्‍यपाल फागू चौहान ने उपराष्‍ट्रपति का अभिनंदन किया। उनहोंने कहा कि पटना विश्‍वविद्यालय ने बदलते परिवेश में भी अपनी गुणवत्‍ता से समझौता नहीं किया है। इस विश्‍वविद्यालय का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है और यह आज भी कायम है। इसके लिए यहां के अधिकारी से लेकर तमाम शिक्षक व कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्‍होंने कहा कि इस विश्‍वविद्यालय से कई सफल छात्र निकले हैं। इसमें पुस्तकालय ने भी अच्छी भूमिका निभाई है। उन्‍होंने कहा कि 'पुस्तकालय को और अधिक विकसित किया जाएगा। राज्‍यपाल होने के नाते मुझे जो करना पड़ेगा, वह मैं करूंगा।
सुशील कुमार मोदी ने कही ये बात 
पटना हाईस्कूल शताब्दी समारोह में उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया। उन्‍होंने शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे विकास के लिए बिहार सरकार की सराहना की। उनहोंने कहा कि अब स्‍मार्ट क्‍लास का जमाना आ गया है। बिहार सरकार भी अब स्‍मार्ट क्‍लास शुरू कर रही है। उन्‍होंने कहा कि शिक्षा के मामले में बिहार अब पीछे नहीं रहेगा। साइकिल योजना से भी बिहार की शिक्षा व्‍यवस्‍था को काफी लाभ मिला है। इससे यहां के छात्रों में पढ़ने की ललक है। 
पटना हाईस्‍कूल में भी मना शताब्‍दी समारोह  
इसके अलावा पटना हाईस्‍कूल का भी शताब्‍दी समारोह मनाया गया। पीयू के बाद उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू यहां गए। कार्यक्रम में सिक्किम के राज्‍यपाल गंगा प्रसाद भी शामिल रहे। कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी, राजद विधायक अब्‍दुल बारी सिद्दीकी, भाजपा विधायक संजीव चौरसिया भी मौजूद रहे। उपराष्‍ट्रपति इसके बाद कंकड़बाग स्थित सवेरा कैंसर अस्‍पताल में आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए।  

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