RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश बरेली
चुनाव और सम्मान की बात आती है तो दूसरी पार्टी के लोगों को मौका दे दिया जाता है। बात के साथ ही बैठक की दिशा बदलती गई। ...
बरेली:- लोकसभा चुनाव में हार के बाद के बाद टीस भरे बैठे सपा के बड़े नेता जब एक दूसरे के सामने आए तो गुबार आखिर फूट ही गया। इतना कि शब्दों की सीमा टूट गई। राजनीतिक भाषा किनारे हो गई। माहौल ऐसा तनातनी भरा हो गया कि एक नेता के लिए तो कह दिया इन्हें धक्के मारकर बाहर निकाल देना चाहिए।
बैठक की शुरूआत राजनीतिक तंज के साथ हुई। चूंकि नौ अगस्त को प्रस्तावित आंदोलन में भीड़ जुटाने की बात हो रही थी इस पर मीरगंज विधानसभा के अध्यक्ष सुरेश गंगवार कहने लगे, भीड़ जुटाने की बारी आती है तो हम लोग याद किए जाते हैं। चुनाव और सम्मान की बात आती है तो दूसरी पार्टी के लोगों को मौका दे दिया जाता है। बात के साथ ही बैठक की दिशा बदलती गई। शिकवे-शिकायत का दौर शुरू हो गया।
9 अगस्त को धरना
खूब खींचतान हुई, फिर मूल विषय पर चर्चा हुई। तय हुआ कि 9 अगस्त को जिला मुख्यालय पर धरना देंगे। बदहाल कानून व्यवस्था का आरोप लगा भाजपा सरकार को घेरेंगे। दीपक शर्मा सभी के लिए कार्यक्रम संबंधी सूचना करेंगे, प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। बैठक में पूर्व प्रवक्ता हैदर अली, दीपक शर्मा, मयंक शुक्ला, जफर बेग, छोटे लाल गंगवार, प्रमोद बिष्ट, साधना मिश्र, राजेश अग्रवाल शामिल रहे।
मुंह दिखाने लायक नहीं रहोग
सामान्य तौर पर संयमित दिखने वाले बरेली सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके भगवत सरन गंगवार को कुछ बातें नागवार गुजरीं तो वह भी चुप नहीं बैठे। सीधे सुरेश गंगवार पर हमला बोला। कहने लगे, सुरेश पोल खोल दी तो मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगे। तुमने तो पार्टी का बिस्तर ही कार्यालय में ताले में बंद करा दिया था। कहते-कहते वह ऐसे गुस्से में आए कि शब्द सीमा पार कर गए। इस बीच खुद को कंट्रोल किया। बात दूसरी ओर ले गए। बोले, चुनाव के वक्त कदीर अहमद कह रहे थे कि आप बरेली सीट से टिकट मत मांगा करिए । इससे अताउर्रहमान को बुरा लगता है। यह कौन सी बात हुई।
धक्के मारकर निकालो
इस बीच पूर्व विधायक सुल्तान बेग भी तेवर में आ चुके थे। कहने लगे, एक बड़े नेता मंच पर बैठ जाते हैं। ऐसे लोगों को इसी वक्त धक्के मारकर बाहर निकाल देना चाहिए। ऐसे लोग पार्टी में रहकर पार्टी के खिलाफ ही काम करते हैं। जिनकी ओर वह इशारा कर रहे थे, वह नेता भी उस वक्त बैठक में शामिल थे।
भगवत बताएं तो उन्हें गंगवारों का कितना वोट मिला
खुद की बारी आने पर पूर्व मंत्री अताउर्रहमान ने भगवत सरन गंगवार को जवाब देते हुए कहा कि नेता वह होता है, जो अपनी बिरादरी का वोट पा सके। आप कहते हो कि मुस्लिम, यादव वोट नहीं मिलने की वजह से हार गए जबकि बहेड़ी और भोजीपुरा में आपको अच्छा वोट मिला। आप यह बताओ कि आपको अपने क्षेत्र नवाबगंज में और अपनी बिरादरी का वोट कितना मिला। आप कहते हो कि आपको पार्टी ने बुलाकर टिकट दिया तो क्या पार्टी इतनी कमजोर हो गई है कि पार्टी को बुलाकर टिकट देना पड़ रहा है।
गुटबाजी ने खराब किया माहौल
बैठक में निवर्तमान शुभलेश यादव भी भड़ास निकालने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि कुछ चापलूस लोग पार्टी की छवि खराब करने के लिए इधर से उधर की बात कर रहे हैं और पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। गुटबाजी को हवा देने में भी इन्हीं लोगों को हाथ है। बैठक में आंवला पूर्व विधायक महिपाल सिंह और पूर्व जिलाध्यक्ष अर¨वद यादव भी तेवर में दिखे।
खराब आदमी को टिकट
सुल्तान बेग ने किसी का नाम नहीं लिया मगर, वहां मौजूद लोगों को समझ आ रहा था कि किसकी ओर इशारा था। हालांकि उनके तेवर के बाद माहौल तल्ख होता दिख रहा था। इस बीच भोजीपुरा के पूर्व विधायक शहजिल इस्लाम की बारी आई तो उन्होंने भी सीधा निशाना लगाया। कहने लगे, अगर हमारी विधानसभा से एक खराब आदमी चुनाव नहीं लड़ता तो आज मैं भी विधायक होता। खराब आदमी को पार्टी ने चुनाव लड़ा दिया, नजीता सभी के सामने है।
मुझे अपशब्द कहे, प्रदेश अध्यक्ष से की है शिकायत : सुरेश गंगवार
सपा में मीरगंज विधानसभा अध्यक्ष सुरेश गंगवार ने कहा कि भगवत सरन गंगवार ने बैठक में मुझे अपशब्द कहे। प्रदेश अध्यक्ष को फोन कर जानकारी दी है, उन्होंने नौ जुलाई के बाद लखनऊ बुलाया है। मैं यह बात राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तक भी पहुंचाऊंगा।
मैंने अपशब्द नहीं कहे : भगवत सरन गंगवार
सपा नेता व पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने कहा कि मैंने किसी को कोई अपशब्द नहीं कहे। सभी का बात करने का अपना-अपना तरीका होता है। मैंने सिर्फ अपनी बात रखी।
मांगी गई तो रिपोर्ट भेज देंगे : शुभलेश यादव
सपा के निवर्तमान अध्यक्ष शुभलेश यादव ने कहा कि बैठक को लेकर यदि पार्टी आला कमान से कोई रिपोर्ट मांगी जाती है तो भेज देंगे। इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना।
बड़े नेता को यह शोभा नहीं देता : अताउर्रहमान
सपा नेता व पूर्व मंत्री अताउर्रहमान बैठक में जो कुछ हुआ वह गलत हुआ। किसी बड़े नेता को ऐसा शोभा नहीं देता है। साथ ही भगवत जी ने कहा कि पार्टी ने बिना मांगे टिकट दिया। वह भी मुझे सही नहीं लगा