स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए फाइनल एप्रूवल की प्रक्रिया पूरी, कैंसर का इलाज होगा संभव

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RGA न्यूज़ उत्तराखंड हल्द्वानी

चिकित्सा शिक्षा विभाग की बहुप्रतीक्षित परियोजना स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए अंतिम चरण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। ...

हल्द्वानी- : चिकित्सा शिक्षा विभाग की बहुप्रतीक्षित परियोजना स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए अंतिम चरण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। चार साल से प्रस्तावित परियोजना के लिए केंद्रीय टीम की हरी झंडी मिलने के बाद अब संस्थान के निदेशक का प्रजेंटेशन भी पूरा हो गया है। इससे उम्मीद जग गई है कि अब जल्द ही भारत सरकार से कार्य शुरू करने की अनुमति मिल जाएगी। इस संस्थान के खुलने के बाद यहां पर हर तरह के कैंसर का इलाज संभव हो जाएगा।

जुलाई में पहुंची टीम ने दी थी स्वीकृति

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण भारत सरकार की टीम 23 व 24 जुलाई को स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट पहुंची थी। इंस्टीट्यूट बनाने को लेकर सभी तरह की संभावित स्थितियों का जायजा लिया था। सब कुछ सही पाए जाने के बाद इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. केसी पांडे ने दो अगस्त को दिल्ली में प्रजेंटेशन दिया। अब इंस्टीट्यूट को बनाने के लिए उनके 45 मिनट के प्रजेंटेशन पर सहमति बन गई है। इसी के साथ फाइनल एप्रूवल की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। अब आदेश का इंतजार है।

चार साल से तय है 120 करोड़ का प्रस्ताव

भारत सरकार की ओर से 120 करोड़ रुपये से स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट बनाया जाना है। इसके लिए राज्य सरकार ने 152 पदों के लिए स्वीकृति दे दी थी। इसमें डॉक्टर, स्टाफ नर्स व तकनीशियन शामिल हैं। अन्य स्टाफ को आउटसोर्स से नियुक्ति किया जाएगा। इसके लिए शासन स्तर से ही एजेंसी तय की जाएगी।

प्रतिवर्ष सात हजार मरीज पहुंचते हैैं यहां

स्वामी राम कैंसर संस्थान में वर्तमान में प्रतिवर्ष सात हजार मरीज पहुंचते हैं। इसमें से दो हजार मरीज नए होते हैं। सबसे अधिक मरीजों की संख्या गले के कैंसर की होती है।

जल्‍द आएगा आदेश 

डॉ. केसी पांडे, निदेशक, स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट ने कहा कि दिल्ली में प्रजेंटेशन के लिए 20 से अधिक राज्यों के प्रतिनिधि पहुंचे थे। हल्द्वानी में स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट को लेकर भारत सरकार की टीम के कई तरह के सवाल थे। सभी बिंदुओं को प्रमुखता से रखा। अब इसकी सहमति मिल गइ्र्र है। जल्द ही आदेश भी आ जाएगा।

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