RGA न्यूज बरेली
बरेली: शाहजहांपुर के कांट रोड पर जमौर स्थित स्टेट वेयरहाउस (एसडब्ल्यूसी) के गोदाम पर ट्रक चालकों से डाला वसूली के नाम पर हो रहे खेल को केंद्रीय राज्यमंत्री कृषणाराज ने उजागर कर दिया। मंत्री को देख गोदाम पर तैनात कर्मचारी भाग गए। मंत्री ने मामले की बाबत डीएम को फोन पर स्थिति बताई। डीएम ने तत्काल एसडीएम सदर को मौके पर भेजकर छानबीन कराई। वसूली कर रहे स्टाफ के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा रही है।
मंगलवार की सुबह केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णराज कांट क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने जा रही थी। तभी गांव जमौर स्थित स्टेट वेयरहाउस (एसडब्ल्यूसी) के गोदाम के सामने ट्रकों की लंबी लाइन देख उन्हें कुछ संदेह हुआ। कृष्णाराज ने गाड़ी रुकवाकर ट्रक ड्राइवरों से लाइन लगने का कारण पूछा तब ट्रक ड्राइवर अर्जुन व अनिल कुमार ने बताया की एफसीआइ गोदाम पर जमकर घटतौली और डाला वसूली होती है, गोदाम का स्टाफ उनसे प्रति ट्रक 1500 रुपये लिए जाते हैं जो रुपये नहीं देता है उसका माल कई कई दिन तक उतारा नहीं जाता है और कांटे पर घटतौली का भी दंश हम लोगों को झेलना पड़ता है। इस संबंध में जब केंद्रीय राज्यमंत्री ने कांटे पर जाकर असलियत जाननी चाही तो कांटे पर तैनात कर्मचारी वहां से भाग गए। बाद में एक कर्मचारी बीरेश मंत्री को बताया की 1500 रुपये जिला प्रबंधंक एसडब्ल्यूसी के आदेश से लिए जाते हैं। यह सुनते ही केंद्रीय मंत्री हैरान रह गई। उन्होंने जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी को फोन पर स्थिति बताते हुए तत्काल कार्रवाई करने को कहा। जिस पर डीएम ने उपजिलाधिकारी सदर राम जी मिश्रा को प्रारंभिक जांच करने गोदाम पर भेजा। जांच के दौरान भी कर्मचारी बीरेश ने अपने बयान में पुन: जिला प्रबंधंक का नाम लिया। तब उपजिलाधिकारी सदर रामजी मिश्रा ने एरिया मैनेजर से बात की। एरिया मैनेजर ने भी जब वसूली को लीगल बताया तो केंद्रीय मंत्री ने अवैध वसूली के मामले में एरिया मैनेजर का नाम भी कार्यवाही में शामिल करने का निर्देश उपजिलाधिकारी सदर को दिया। तीन कर्मियों के खिलाफ होगी एफआइआर
एसडीएम सदर रामजी मिश्रा ने बताया कि डाला वसूली के नाम पर ट्रक चालकों से धन उगाही की प्रारंभिक जांच में पुष्टि हो गई है। मामले की बाबत बरेली से रीजनल मैनेजर को बुलाकर एफआइआर दर्ज कराने को कहा गया है। रीजनल मैनेजर की ओर से गोदाम पर तैनात कनिष्ठ लिपिक हरी ¨सह, लिपिक अमित तथा लेबर मेट बीरेश के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा रही है।