सरसों के साग में हैं अद्भुत गुण, कैंसर सहित इन रोगों से लड़ने में है मददगार

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RGA न्यूज़ दिल्ली

नई  दिल्ली :-सर्दियों में सरसों के साग का सेवन न केवल स्वाद के मामले में लज्जतदार है बल्कि सेहत से जुड़े कई फायदों से भी भरा है। इसमें मौजूद विटामिन्स, मिनिरल्स, फाइबर और प्रोटीन इसे बेहद फायदेमंद बनाते हैं। पूरे भारत में, खासकर पंजाब में तो यह मक्के की रोटी के साथ बहुत ही चाव से खाया जाता है। ये सर्दी-जुकाम से लेकर हृदय रोगों और कैंसर के खतरे तक को भी कम करता है।

पौष्टिक तत्वों से भरपूर

डाइटिशियन मोनिशा सिक्का के अनुसार सौ ग्राम साग से हमें 30.35 कैलोरी एनर्जी मिलती है। इसके साथ ही कार्बोहाइड्रेट 2.41 ग्राम, कैल्शियम 191 मिलीग्राम, जिंक 0.68 मिली ग्राम, विटामिन सी 60.32 मिली ग्राम, आयरन 2.84 मिलीग्राम, प्रोटिन 3.52 ग्राम, टोटल फैट 0.51 ग्राम, फासफोरस 71.62 मिलीग्राम, बीटा कैरोटिन 2619 आइयू, विटामिन बी9 110 मिलीग्राम मात्रा में पाए जाते हैं।

मिट्टी की हांडी में बनता था स्वादिष्ट साग

किसी समय कच्ची मिट्टी के बने चूल्हे में लकड़ी की आंच पर मिट्टी की हांडी में सरसों का साग बनाया जाता था। समय में तेजी से बदलाव और मिट्टी हांडी, कच्चे चूल्हे व लकड़ी की आंच का प्रचलन तकरीबन खत्म हो गया। अब तो गैस पर कुकर में बने सागे का वो पुराना स्वाद नहीं रहा। महिलाएं भी अब सरसों का साग बनाने में अधिक समय लगने की वजह से कतराती हैं।

रोगों को रखता है दूर

इसमें विटामिन ए अच्छी मात्रा में होता है, जो आंखों की मासंपेशियों को किसी भी तरह की क्षति से बचाता है और आंखों की रोशनी बढ़ाता है।

सरसों का साग पौष्टिक गुणों का खजाना है। इसके सेवन से अच्छी खासी एनर्जी शरीर को मिलती है। इसके सेवन से शरीर में खून व कैल्शियम की कमी दूर होती है। यह लीवर और खून की सफाई करता है। हाई फाइबर युक्त होने की वजह से पेट को भी ठीक रखता है। बढ़े कोलेस्ट्रॉल वाले मरीजों के लिए यह लाभदायक है।

डॉ. कपिल गुप्ता, सदस्य पंजाब मेडिकल काउंसिल

जालंधर से जगदीश कुमार

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