प्रसूता की मौत पर अस्पताल में हंगामा, पुलिस पहुंची

Praveen Upadhayay's picture

RGA न्यूज़ बदायूं उत्तर प्रदेश

शहर के बिना पंजीकरण के चल रहे ओमदीप मैटरनिटी हास्पिटल में भर्ती एक प्रसूता की इलाज के दौरान रविवार को हालत बिगड़ गई। परिजन उसे बरेली ले गए लेकिन वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।...

बदायूं : शहर के बिना पंजीकरण के चल रहे ओमदीप मैटरनिटी हास्पिटल में भर्ती एक प्रसूता की इलाज के दौरान रविवार को हालत बिगड़ गई। परिजन उसे बरेली ले गए लेकिन वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। आक्रोशित परिजन शव लेकर वापस अस्पताल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। इस दौरान डॉक्टरों समेत स्टाफ वहां से भाग निकला। मामले की खबर पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह परिवार वालों को समझाकर शांत किया। बाद में परिजन शव लेकर अपने घर लौट गए।

थाना कुंवरगांव इलाके के गांव कासिमपुर निवासी बबलू ने अपनी पत्नी महरूम (22) को प्रसव के लिए 17 सितंबर को नई सराय इलाके में स्थित इस अस्पताल में भर्ती कराया था। आपरेशन के बाद हुए नवजात की मौत हो गई थी। इधर महरूम की हालत काफी खराब होने के कारण डॉक्टरों ने उसे यहीं पर भर्ती रखा। परिजनों के मुताबिक शनिवार को डॉक्टर ने खून की कमी बताई तो बरेली से एक यूनिट खून का बंदोवस्त करके लाए। रात को उसे खून भी चढ़ाया गया। जबकि रविवार सुबह फिर से हालत बिगड़ने लगी। आरोप है कि बुलाने पर भी डॉक्टर समेत स्टाफ नहीं आया तो परिजन उसे लेकर बरेली के अस्पातल पहुंचे लेकिन वहां डॉक्टर ने प्रसूता को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाज में जमकर लापरवाही की गई और मोटी रकम भी वसूल ली। बावजूद इसके मरीज की हालत बिगड़ी तो कोई देखने तक नहीं पहुंचा। मामले की जानकारी पर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस ने किसी तरह परिवार वालों को समझाया। यह भी कहा कि अगर तहरीर दो तो शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इस पर परिवार वाले तैयार नहीं हुए। तकरीबन घंटेभर हंगामे के बाद परिजन यहां से चले गए।

हाल ही में खुला है अस्पताल

- ओमदीप अस्पताल पिछले दिनों ही खुला है। यहां तैनात डॉ. ओमवती पूर्व में जिला महिला अस्पताल में भी स्त्री व प्रसूती रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात रह चुकी हैं। इससे पहले इसी इलाके में उन्होंने जनसेवा अस्पताल नाम से भी नर्सिंगहोम खोला था, जबकि अब भवन समेत नाम भी बदल लिया है। वहीं इस अस्पताल का पंजीकरण भी अभी नहीं हो सका है।

जिम्मेदारों के मोबाइल के सिग्नल गायब

- प्रसूता की मौत के बाद डॉ. ओमवती के मोबाइल पर कॉल जाना बंद हो गई। कई लोगों ने घटनाक्रम के बारे में जानकारी के लिए उन्हें कॉल करना चाही लेकिन नंबर पर कॉल डायवर्ट बताया जा रहा था। वर्जन

ओमदीप अस्पताल हमारे रिकार्ड में पंजीकृत नहीं है। महिला की मौत की घटना गंभीर है। परिजनों ने फिलहाल कोई शिकायत नहीं की है। शिकायत करते हैं तो प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। अपने स्तर भी मामले की जांच कराएंगे। आखिरकार गैर पंजीकृत अस्पताल में डिलीवरी और आपरेशन किस आधार पर करा दिया गया।

डॉ. मंजीत सिंह, प्रभारी सीएमओ

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.