RGA न्यूज़ पीलीभीत उत्तर प्रदेश
सदर कोतवाली कार्यालय में प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत द्विवेदी सोमवार की दोपहर कामकाज में तल्लीनता के साथ जुटे थे। तभी अचानक बंदर कार्यालय में दाखिल हो गया...
पीलीभीत:- अपराधियों से अक्सर ही लोहा लेने वाली पुलिस कभी-कभी सरेंडर भी कर देती हैं। ऐसा ही प्रकरण यहां मंगलवार को देखने को मिला। सख्त मिजाज के इंस्पेक्टर के कंधे पर जब एक बंदर बैठा तो वह चुपचाप बैठकर मजबूरी में अपना काम निपटाते रहे। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो गया है।
पुलिस से यूं तो खूंखार अपराधी खौफ खाते हैं, लेकिन कभी कभी पुलिस की जान भी सांसत में फंस जाती है। कुछ ऐसा ही वाक्या शहर कोतवाली में हुआ है। जब शहर कोतवाल अपने कार्यालय में बैठकर विभागीय कामकाज में तल्लीन थे, तभी अचानक एक बंदर कूदकर उनके कंधे बैठ गया। पूरे घटनाक्रम की वीडियो क्लिप मंगलवार की सुबह सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। मामला चर्चा का विषय बन गया है।
सोमवार की दोपहर सदर कोतवाली कार्यालय में प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत द्विवेदी कामकाज में तल्लीनता के साथ जुटे थे। तभी अचानक बंदर कार्यालय में दाखिल हो गया, लेकिन शहर कोतवाल को इसका तनिक भी आभास नहीं हो सका। फिर क्या, देखते देखते बंदर छलांग लगाकर शहर कोतवाल के कंधे पर बैठ गया। बंदर की हरकत देख शहर कोतवाल का तो गला ही सूख गया। शहर कोतवाल के सिर पर बैठे बंदर को देख मौजूद सिपाही तथा अन्य लोग भी घबरा गए। दो सिपाही बंदर को हटाने के मकसद से आगे बढऩे लगे, लेकिन शहर कोतवाल ने उनको रोक दिया।
वैसे तो पुलिस से अपराधी ख़ौफ़ खाते हैं, लेकिन कभी कभी पुलिस की जान भी सांसत में पड़ जाती है। ऐसा ही पीलीभीत में शहर कोतवाल के साथ हुआ। जब उनके सिर पर एक बंदर आकर बैठ गया। वह बेहद घबरा गए। @JagranNews @Dharm0912 @ashutoshvshukla @jshuklajagran @himsjournalist @journalistateeq
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करीब पांच मिनट तक बंदर शहर कोतवाल के सिर पर बैठकर अंगुलियां घुमाता रहा। फिर खुद ही हट गया। इसके बाद ही शहर कोतवाल तथा अन्य सिपाहियों की सांस में सांस आई। उधर बाहर निकलते ही बंदर को देखकर भाग रही लड़की के पैर में उसने ने काट लिया। आनन फानन में पुलिस वालों ने घायल लड़की को अस्पताल पहुंचाकर उपचार करवाया
डर तो लगा, लेकिन चुपचाप बैठा रहा
शहर कोतवाल श्रीकांत द्विवेदी ने कहा कि सोमवार को कोतवाली में बैठकर कामकाज कर रहा था, तभी एक बंदर सिर पर बैठ गया। डर तो लगा कहीं काट न ले, लेकिन धैर्य के साथ चुप रहा। जिस कारण बंदर खुद ही हट गया।