RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश लखनऊ
पुष्पेंद्र के परिवारीजन से मिलने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को झांसी जिले में स्थित उसके गांव कारगुआ खुर्द रवाना हो गए हैं।...
लखनऊ:- झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव को लेकर योगी सरकार की घेराबंदी तेज हो गई है। मुठभेड़ कांड को लेकर सपा बडे आंदोलन की तैयारी में है। इसी क्रम में पुष्पेंद्र के परिवारीजन से मिलने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को झांसी जिले में स्थित उसके गांव कारगुआ खुर्द रवाना हो गए हैं। अखिलेश पुष्पेंद्र के परिवारीजनों को सांत्वना देंगे। इसके बाद वह सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे और गुरुवार को लखनऊ वापस रवाना होंगे।
मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया है कि सरकार की ठोंको नीति के चलते पुलिस बेकाबू हो गई। अपराध रोकने में नाकाम पुलिस निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर आतंक फैलाने में लगी है। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर के नाम पर निर्दोष युवाओं को गोलियों का शिकार
उच्चस्तरीय जांच कराने व दोषियों पर कार्रवाई की मांग
राजनीतिक दलों का आरोप है कि एनकाउंटर के नाम पर विशेष वर्ग के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। पुष्पेंद्र मुठभेड़ कांड की उच्चस्तरीय जांच कराने व दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की। कांग्रेस ने तो भाजपा शासनकाल में हुई सभी पुलिस मुठभेड़ों की सीबीआइ जांच तक कराने की मांग कर दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव से पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की सात सदस्यीय टीम आठ अक्टूबर को पुष्पेंद्र के ग्राम करगुआ जिला झांसी जाकर उनके परिवारीजन से मिला। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के पुत्र और महासचिव आदित्य यादव के अलावा पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, रामनरेश यादव, सुंदर लाल लोधी, वीरपाल सिंह यादव, दीपक मिश्रा, चौधरी छत्रपाल सिंह यादव, विष्णुपाल सिंह उर्फ नन्हू राजा व जर्रार
मोंठ इंस्पेक्टर पर हमले के बाद हुआ था एनकाउंटर
झांसी के थाना मोंठ के बमरौली तिराहा पर 5 अक्टूबर की रात मोंठ इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान पर बाइक सवार युवकों बाइक सवार विपिन, पुष्पेंद्र व रविंद्र ने हमला बोल दिया था। आरोपित कार और मोबाइल लूट कर ले गए थे। इंस्पेक्टर पर हमला और उनकी कार लूटने पर कई थानों की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। देर रात आरोपित गुरसरांय क्षेत्र के गांव फरीदा के पास मिल गए। इस दौरान हुई पुलिस मुठभेड़ में आरोपित पुष्पेंद्र घायल हो गया। घायल को गुरसरांय के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। दो आरोपित विपिन व रविंद्र भाग गए थे। पुलिस ने तीनों आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज किया था। पुष्पेंद्र यादव के पुलिस एनकाउंटर को परिवारीजन फर्जी बताया था। पुष्पेंद्र के भाई ने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं बल्कि मर्डर है। मेरे भाई को साजिश के तहत मारा गया है। जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने घटना की मजिस्ट्रट जांच के आदेश दिये थे।