RGA न्यूज़ सहरसा
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सामने ही राजद की सभा में भगदड़ मच गई। देखते ही देखते कुर्सियां चलने लगीं। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। ...
सहरसा:- बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के सामने ही रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सभा में भगदड़ मच गई। चुनावी सभा का आयोजन सहरसा (Saharsa) के सिमरी बख्तियारपुर स्थित उच्च विद्यालय में किया गया था। देखते ही देखते कुर्सियां चलने लगीं। लाेग एक-दूसरे पर कुर्सियों को फेंकने लगे। स्थिति बेकाबू होने लगी। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें कई लोगों को चोट लगने की खबर है। मंच से कई नेता शांति बनाए रखने की अपील कर रहे थे, लेकिन तोड़फोड़ करने वाले कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे।
दरअसल, सिमरी बख्तियारपुर में बिहार विधानसभा का उपचुनाव (Bihar Assembly By Election) होनेवाला है। 21 अक्टूबर को वोटिंग है। इस सीट पर महागठबंधन (Mahagathbandhan) की ओर से राजद ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। हालांकि इसी सीट से महागठबंधन में शामिल वीआइपी (VIP) पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार दे दिया है। रविवार को सिमरी बख्तियारपुर में राजद की ओर से तेजस्वी यादव की सभा का आयोजन किया गया था।
बताया जाता है कि उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित सभा में तेजस्वी यादव के मंच पर पहुंचने के कुछ देर बाद ही स्टेज के ठीक सामने कुछ लोगों के बीच बहस हुई। थोड़ी देर में ही बहस हाथापाई में बदल गई। इसके बाद हंगामे में जमकर कुर्सियां फेंकी गईं, जिसमें कुछ लोग जख्मी हो गए। इस दौरान पुलिस ने भी लाठियां चटकानी शुरू कर दी। कार्यक्रम में थोड़ी देर के लिए भगदड़ मच गई। लोग गिरते-पड़ते रहे। हंगामे में शामिल एक व्यक्ति को सिमरी बख्तियारपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रत्याशी एवं नेताओं के हस्तक्षेप के उपरांत हंगामा शांत हुआ। इसके बाद सभा शुरू हुई।
तेजस्वी यादव महागठबंधन के उम्मीदवार जफर आलम के प्रचार में सिमरी बख्तियारपुर आए थे। सभा में पूर्व मंत्री अशोक सिंह, अब्दुल गफूर, विधायक अरुण यादव, ओमप्रकाश नारायण, लोजद नेता रितेश रंजन, अभय भगत सहित अन्य मौजूद थे। दूसरी ओर हंगामे में जख्मी राजद जिला उपाध्यक्ष विनोद यादव ने बताया कि कार्यक्रम को असफल करने की साजिश एक मुखिया द्वारा रची गई थी। एक लड़के को बहकाकर सीधे मंच पर चढ़ा दिया गया। रोकने के दौरान उसने मंच पर ही मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि मुखिया कई पार्टियों से जुड़े हैं और उन्होंने उनकी फोटो फेसबुक पर वायरल की थी। इसी बात को लेकर उसने एक सोची-समझी साजिश के तहत हंगामा करवाया।