RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश लखनऊ
सरदार को समर्पित रन फॉर यूनिटी समेत विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये भाजपा सरकार और संगठन ने पूरे उत्तर प्रदेश में सरदार पटेल की गूंज पैदा की।...
लखनऊ:- कुछ साल पहले तक 31 अक्टूबर की पहचान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के रूप में थी, लेकिन अब भाजपा ने इसे पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में यादगार बना दिया है। सरदार को समर्पित रन फॉर यूनिटी समेत विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये भाजपा सरकार और संगठन ने पूरे उत्तर प्रदेश में सरदार पटेल की गूंज पैदा की।
इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के अलावा सरदार पटेल और आचार्य नरेंद्र देव की जयंती 31 अक्टूबर को ही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह वर्ष पहले सरदार पटेल को मान देने की पहल की तो फिर यह सिलसिला चल पड़ा। गुरुवार को उत्तर प्रदेश के हर जिले में सरदार पटेल की याद में लोग दौड़े। भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद यही एलान किया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी और सरदार पटेल का संकल्प पूरा हुआ। उनकी जयंती को उत्तर प्रदेश में एकता-अखंडता दिवस के रूप में मनाया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी में हजरतगंज स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा से रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हर जिले में पुलिस के जवानों ने मार्च किया और सरकारी स्तर पर अलग-अलग आयोजन किए गए जिसमें मंत्री, सांसद, विधायक भी शामिल हुए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह वाराणसी में मौजूद थे जबकि भाजपा प्रवक्ता व सांसद सुधांशु त्रिवेदी भी पटेल को श्रद्धांजलि देने लखनऊ आये थे।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से लेकर सभी बड़े नेताओं ने किसी न किसी कार्यक्रम में शामिल होकर सरदार पटेल के देश हित में किए गए कार्यों का बखान किया। कांग्रेस पार्टी ने पहले की ही तरह इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सरदार पटेल को भी याद किया। प्रियंका गांधी सरदार पटेल को लेकर भाजपा पर तंज करने से नहीं चूकीं। इधर, समाजवादी पार्टी ने भी आचार्य नरेंद्र देव के साथ सरदार पटेल को भी याद किया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरदार पटेल को याद करते हुए भाजपा पर हमला बोला, लेकिन राजनीतिक दलों की इस होड़ में कांग्रेस सरकार में उप प्रधानमंत्री रहे सरदार पटेल को भाजपा ने अपना बना लिया।