बैंगलुरू के विक्टोरिया अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे डॉक्टर, ओपीडी सेवाएं हुई ठप

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RGA न्यूज़ कर्नाटक

कर्नाटक:-  बैंगलुरू के विक्टोरिया अस्पताल में डॉक्टर बड़ताल पर बैठ गए हैं। दरअसल, वह सभी डॉक्टर 31 अक्टूबर को कन्नड़ संगठन कर्नाटक रक्षा वेदिके के सदस्यों द्वारा मिंटो आई अस्पताल के एक डॉक्टर पर कथित हमले के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMA के आह्वान पर कर्नाटक के डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। 

ओपीडी सेवाएं बंद

ओपीडी सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। बैंगलुरू मेडिकल एसोसिएशन और बीएमसीआरआइ द्वारा संचालित विक्टोरिया एंव वाणी विलास अस्पताल के डॉक्टर आठवें दिन भी हड़ताल पर है। हालांकि आपातकाल सेवाओं को इमरजेंसी से बाहर रखा गया है। डॉक्टर सुबह 6 बजें से शाम के 6 बजे तक हड़ताल पर रहेंगे। खबरों की मानें तो मिंटों अस्पताल के डॉक्टर के साथ जिन कन्नड़ रक्षण वेदिके के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी, वह सरेंडर कर सकते हैं। केआरवी ने कहा है कि जिन लोगों ने डॉक्टरों के साथ मारपीट की है वह सेरेंडर कर सकते हैं। 

जानें क्या है पूरा मामला

बता दें कि 31 अक्टूबर को मिंटो आई अस्पताल में अंग्रेजी में बात करने पर एक डॉक्टर की पिटाई कर दी। दरअसल ये सभी अपने मरीज के मोतियाबिंद के दो ऑपरेशन होने के बाद भी ठीक नहीं होने के कारण विरोध प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे। तभी वहां एक डॉक्टर ने उनसे अंग्रेजी में बात की। इससे नाराज कन्नड समर्थक ने डॉक्टर के साथ मारपीट की।      

पहले भी हुई थी मिंटो आई अस्पताल के डॉक्टर की पिटाई

इस घटना से पहले मिंटो अस्पताल के डॉक्टरों और बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के छात्रों ने अस्पताल में डॉक्टरों में से एक पर कथित हमले के लिए कर्नाटक रक्षा वेदिके के सदस्यों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। कर्नाटक रक्षा वेदिके के सदस्यों ने एक डॉक्टर की पिटाई इसलिए की थी क्योंकि वह ठीक से कन्नड़ भाषा में  बात नहीं कर पा रहा था।         

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