जुलूसे मुहम्मदी :: शहर में शान-ओ-शौकत से निकला जुलूस-ए-मुहम्मदी

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RGA न्यूज़ बदायूं उत्तर प्रदेश

मजहब-ए-इस्लाम के आखिरी नवी हुजूर-ए-अकरम मुहम्मद सल्ललाहो तआला अलैह वसल्लम की यौमे पैदाइश पर शहर समेत समूचे जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।...

बदायूं :- बदायूं मजहब-ए-इस्लाम के आखिरी नवी हुजूर-ए-अकरम मुहम्मद सल्ललाहो तआला अलैह वसल्लम की यौमे पैदाइश पर शहर समेत समूचे जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। शहर में शान-ओ-शौकत के साथ निकले जुलूस-ए-मोहम्मदी की सदारत काजी-ए-जिला के साहबजादे ने पेश फरमाई। मार्गों पर की गई भव्य सजावट के बीच इस्लामिक नारों की गूंज सुनाई दे रही थी।

जुलूस का आगाज रविवार की सुबह नौ बजे शहर की जामा मस्जिद शम्शी के बुलंद दरवाजे से किया गया। सदारत काजी-ए-जिला हजरत अब्दुल हमीद मुहम्मद सालिमुल कादरी के साहबजादे खतीब-ए-हिन्दुस्तान हजरत अतीफ मियां कादरी व अल्लामा मौलाना हजरत अज्जाम मियां कादरी ने पेश फरमाई। जुलूस में सबसे आगे इस्लामिक परचम लेकर लोग बड़े ही अदबो अहतराम के साथ चल रहे थे। वाहनों पर इस्लामिक झाकियां शामिल होकर जुलूस में चार चांद लगा रहीं थी। नारा-ए-तकबीर अल्लाह होअकबर, नारा-ए-गौसिया या गौस, मेरे नवी की देखो शान बच्चा-बच्चा है कुर्बान के इस्लामिक नारे हर जुबां पर आम थे। जामा मस्जिद शम्शी से शुरु होकर शहर के मौलवी टोला, मीरा जी चौकी, हकीमबाड़ा, चक्कर की सड़क, मुहल्ला सोथा, जुम्मी चौक चौधरी सराय, चौधरीगंज, कोतवाली, चाहमीर होता हुआ वापस जामा मस्जिद पहुंचकर समाप्त हुआ। जुलूस में प्यारे नवी के दीवानों की खासी भीड़ रही। इस दौरान तस्नीम हसर कादरी, हाफिज ताहिर कादरी, डॉ.मोहम्मद युसुफ कादरी, अफ्फआन हक कैसर चौधरी समेत तमाम लोग शामिल रहे। पूर्व मंत्री आबिद रजा ने मुहल्ला चौधरी सराय में शाह विलायत गेट के पास कैंप लगाकर जुलूसे मोहम्मदी का इस्तकबाल और लंगर तकसीम किया। यहां पूर्व सांसद सलीम इकबाल शेरवानी के पुत्र साद शेरवानी, कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष साजिद अली, सैयद आजम अली, अहमद रजा, गुड्डू, फिरासत खान, इखलास गद्दी, जाहिद गाजी, डॉ.नन्हू, तन्नू, डॉ.आशू आदि मौजूद रहे।

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