ABVP के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बोले, अधिवेशन में राम मंदिर निर्माण संग शिक्षा की गुणवत्‍ता पर भी लाएंगे प्रस्‍ताव

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RGA न्यूज़ उत्तर प्रदेश आगरा ब्यूरो चीफ सोनू शर्मा

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्‍ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक शुक्रवार सुबह हुई शुरु।..

आगरा,:- देश में हुईं ऐतिहासिक घटनाओं से वैचारिक लहर हिलोरे मार रही है। ये लहरें राष्ट्र निमार्ण के काम आएं, इस दिशा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) को 'दिमाग' से काम करना है। इसके लिए सरफरोशी की तमन्ना को दिल में रखकर आंदोलन और जनजागरण करने होंगे। समाज के सामने अभाविप कार्यकर्ता किस तरह अपनी बात रखेंगे, इसे लेकर आगरा कॉलेज मैदान पर बसाए गए गुरुनानक देव नगर में अभाविप के 65 वें राष्ट्रीय अधिवेशन (22 से 25 नवंबर तक) से पहले चर्चा की जा रही है।

शुक्रवार सुबह कार्यसमिति की बैठक की शुरुआत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एस सुब्बैया ने कहा कि अधिवेशन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, अनुच्छेद 370, राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण और स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए एबीवीपी प्रस्ताव लाएगी। उन्‍होंने जेएनयू में चल रहे विवाद पर कहा है कि वामपंथियों ने एक महिला अध्यापिका का अपमान किया है। उनके लिए ये कदम हितकारी नहीं हो सकता।

इससे पूर्व गुरुवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि अभियान द्वारा 30 हजार परिसर इकाई का गठन किया गया है। इस तरह 60 हजार कार्यकर्ता जुड़े हैं। ऐसे में अनुच्छेद 370, राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण सहित ऐतिहासिक फैसलों से देश में वैचारिक लहर उठी है। इनकी राष्ट्र पुर्ननिर्माण के कार्य में कैसे भागीदारी होगी, उसके बारे में विचार मंथन किया जाएगा। आगामी दिनों में संगठन का दिशा सूत्र तय करने की दिशा में प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने राम प्रसाद बिस्मिल की पंक्तियां सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है कहकर कार्यसमिति के सदस्यों में जोश भरा। शाम तक बैठक में प्रस्तावों पर चर्चा हुई, इन प्रस्तावों पर शुक्रवार को राष्ट्रीय कार्यकारी की परिषद में चर्चा की जाएगी। राष्ट्रीय महामंत्री आशीष चौहान, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आम्बेकर, व्यवस्था प्रमुख डॉ. अमित अग्रवाल सहित 40 प्रांतों के कार्यसमिति के 110 सदस्य शामिल रहे।

अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय की हुई तबियत खराब

आगरा कॉलेज मैदान में ड्यूटी के दौरान अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय अब्दुल वशिद की तबीयत खराब हो गई। जिन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है

वामपंथियों के साथ संघर्ष करने में कोई समस्या नहीं

अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस सुबैय्या ने जेएनयू में चल रहे फीस प्रकरण पर कहा कि अभाविप को वामपंथियों के साथ संघर्ष करने में कोई समस्या नहीं है। जेएनयू प्रकरण में वामपंथियों के साथ अभाविप भी प्रदर्शन कर रही थी लेकिन भारत के टुकड़े टुकड़े के नारे लगाने, अभाविप और संघ के खिलाफ प्रदर्शन करने और शिक्षिका को 30 घंटे तक बंधक बनाए रखने की घटनाएं हुई तो अभाविप अलग हो गया। यह विरोध का तरीका नहीं होना चाहिए, छात्रों की समस्या को शांति पूर्वक तरीके से सामने रखा जा सकता है। यह आंदोलन का अंतिम चरण होता है लेकिन जेएनयू में राष्ट्र विरोधी गतिविधियां हो रही हैं। कुछ राष्ट्रदोही शक्तियां हैं जो ऐसा काम करा रहीं हैं। इसके चलते इस तरह का विरोध किया जा रहा है।

छात्र हित के लिए सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी अभाविप

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री आशीष चौहान ने बताया कि छात्रों की समस्याओं के निस्तारण और छात्र हित के लिए सरकार के खिलाफ भी आंदोलन किए जाएंगे। जेएनयू प्रकरण में यूजीसी और एमएचआरडी का निर्णय गलत रहा, इसके विरोध में अभाविप ने आंदोलन शुरू कर दिया है।

इन प्रस्तावों पर हुई चर्चा

- जेएनयू प्रकरण में वामपंथियों का आंदोलन, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से लडऩे की रणनीति, फीस वृद्धि का असल मुद्दा और अभाविप की सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति।

- अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू कश्मीर सहित देश के हालात।

- राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के बाद अभाविप की जिम्मेदारी

- देश के अंदर फैलाए जा रहे भय के माहौल और क्या कर सकते हैं?

- आइआइटी मद्रास में फातिमा की आत्महत्या, बीएचयू प्रकरण, राज्य विवि की माली हालत।

- शिक्षा के मुद्दों पर किए जाने वाले आंदोलन

- प्रमुख शहरों में आइआइटी और टॉप मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के छात्रों को अभाविप के बारे में समझाने के लिए कार्यक्रम

- एनआरसी की परिस्थितियों में विद्यार्थी परिषद की भूमिका, पूरे देश में एनआरसी लागू करने का स्वागत।

- पूर्वोत्तर की समस्याएं और शिक्षा का स्तर 

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