रेनबो स्कूल ने जीती अंतर विद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता

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RGA न्यूज़ हिमाचल प्रदेश धर्मशाला

धर्मशाला:- इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का आगाज किया। प्रतियोगिता में रेनबो इंटरनेशनल स्कूल नगरोटा बगवां ने प्रथम, अनुराधा पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मारंडा ने द्वितीय और जीएवी पब्लिक स्कूल कांगड़ा ने तृतीय स्थान पाया।

बाल संस्कारों से सजी संस्कारशाला की वाद-विवाद प्रतियोगिता में नवाचार या अविष्कार और पारंपरिक या ऑनलाइन शिक्षा विषय पर छात्रों ने अपने विचार रखे। छात्रों ने बेबाकी के साथ वाद-विवाद में निर्णायक मंडल के प्रश्नों के जवाब दिए। इस दौरान विषय के पक्ष व विपक्ष की चर्चाएं भी काफी रोचक रहीं। निर्णायक मंडल को फैसला देने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी हमें उम्मीद है कि छात्र संस्कारशाला में भाग लेकर संस्कारों से रूबरू होंगे। वहीं प्रबंधक अरविद शर्मा ने संस्कारशाला के आयोजन की शरण कॉलेज ऑफ वूमेन एजुकेशन की निदेशक शालिनी सैनी, स्कॉलर्स इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य आरती शर्मा व निर्णायक मंडल के तौर पर मीनाक्षी शर्मा व प्रो. वीरेंद्र सिंह परमार मौजूद रहे। इन्हें किया गया सम्मानित

वाद-विवाद प्रतियोगिता में रेनबो इंटरनेशनल स्कूल नगरोटा बगवां ने प्रथम स्थान हासिल किया। स्कूल की छात्रा शिवांगी जरयाल व आर्यन सूद प्रथम रहे। द्वितीय स्थान अनुराधा पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मारंडा ने हासिल किया। इस स्कूल की छात्राएं दिवि शर्मा व श्रेया चौधरी दूसरे स्थान पर रहीं। तृतीय स्थान जीएवी पब्लिक स्कूल कांगड़ा ने पाया। इस स्कूल की छात्राएं अवंतिका व सिमरन तीसरे स्थान पर रहीं। इसके अतिरिक्त आइबी डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नरवाना की महक बतरा व नीरज और आधुनिक पब्लिक स्कूल सिद्धबाड़ी की परेक्षा गोयल व अनिका नागपाल को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। इन स्कूलों के छात्रों ने लिया हिस्सा

- आधुनिक पब्लिक स्कूल सिद्धबाड़ी।

 हब सीनियर सेकेंडरी स्कूल दाड़ी।

- अनुराधा पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मारंडा।

- बीडी डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोतवाली बाजार।

- क्रिसेंट पब्लिक स्कूल बनूरी।

- डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल तियारा।

- दयानंद मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल धर्मशाला।

- जीएवी पब्लिक स्कूल कांगड़ा।

- रेनबो इंटरनेशनल स्कूल नगरोटा बगवां।

- रेनबो व‌र्ल्ड स्कूल भवारना।

- स्कॉलर्स इंटरनेशनल स्कूल घुरकड़ी।

- आइबी डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नरवाना। कृति ने किया मंच संचालन

कार्यक्रम में मंच संचालन कृति मोहनी सेठी ने किया। कार्यक्रम में स्कॉलर्स इंटरनेशनल स्कूल के अध्यापकों प्रिया शर्मा, नीना सहगल, मृदु, अनीशा व छात्रों पीयूष व नितेश ने भी अपना सहयोग दिया। ...........

वाद-विवाद को संस्कारशाला से भी जोड़ा गया है। ऐसे आयोजनों से छात्रों को काफी कुछ सीखने को मिलता है। बच्चों को उनके संस्कारों के प्रति जागरूक करने के लिए ऐसे आयोजन एक अच्छी पहल भी हैं।

मीनाक्षी शर्मा, निर्णायक मंडल। किसी भी विषय पर आपसी वाद-विवाद के दौरान छात्र एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखते हैं। इससे उन्हें प्रतिभा को निखारने का मौका भी मिलता है। दैनिक जागरण बच्चों को संस्कारों सहित अपनी मन की बात कहने को लेकर अच्छा मंच दे रहा है।

प्रो. वीरेंद्र सिह परमार, निर्णायक मंडल। नई पीढ़ी के लिए यह अच्छी पहल है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन हर स्कूल में कलस्टर स्तर पर होना चाहिए। दैनिक जागरण हमेशा छात्रों को उनके संस्कारों के प्रति जागरूक करता रहा है, जोकि सराहनीय है।

शालिनी सैनी, निदेशक शरण कॉलेज ऑफ वूमेन घुरकड़ी। आज युवा अपने रास्ते से भटक रहा है। उनके संस्कारों में कहीं न कहीं कमी भी आ रही है। ऐसे माहौल में बच्चों को संस्कारों की शिक्षा देना भी जरूरी है। दैनिक जागरण ने इस दिशा में जो बीड़ा उठाया गया है वह सराहनीय है।

आरती शर्मा, प्रधानाचार्य स्कॉलर्स इंटरनेशनल स्कूल घुरकड़ी। क्या बोले विजेता

दैनिक जागरण द्वारा बच्चों को संस्कारों के साथ जोड़ते हुए अपनी बात रखने का एक अच्छा मंच प्रदान किया जा रहा है। जिसमें बच्चे अपनी बात को अच्छे ढंग से रख सकते हैं।

आर्यन सूद, छात्र। ऐसे आयोजनों से छात्र का अपना भी ज्ञान बढ़ता है। कुछ ऐसी बातें भी सामने आती हैं, जिनसे हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। संस्कारों का ज्ञान होना भी जरूरी है।

शिवांगी जरयाल, छात्रा। बहुत कुछ सीखने को मिला है। छात्रों ने कुछ विषयों पर बहुत अच्छे अपने सुझाव भी रखे। जोकि जीवन में आगे भी काम आएंगे। ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। संस्कारशील होना जरूरी है।

श्रेया, छात्रा। वाद-विवाद के साथ अच्छे संस्कार भी मिले हैं। हमने अपनी बात को सबके सामने रखा और एक अच्छा विचारों का आदान व प्रदान भी हुआ, जोकि काफी लाभदायक रहा।

दिवि, छात्रा। अपने को और शिक्षित करने और एक-दूसरे के विचारों को जानने का मौका मिला है। यह जरूरी है कि हम दूसरे के विचारों को भी जानें, यह हमारे जीवन में काम आएंगे।

अवंतिका, छात्रा। कार्यक्रम में आकर अच्छा लगा। यह एक ऐसा मंच था जहां पर संस्कारों की बात भी हुई। अपनी अभिव्यक्ति को लेकर दैनिक जागरण द्वारा एक अच्छा मंच भी प्रदान किया गया है।

सिमरन, छात्रा।

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