श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र व फूलों की होली हुई

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RGA न्यूज़ बरेली रिपोर्टर सौरभ पाठक

बरेली/ निष्काम महिला सत्संग समिति द्वारा रघुनाथ मंदिर कानून गोयन में विगत कई दिनों से चल रही श्रीमद् भागवत कथा का आज अंतिम दिन में व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक आचार्य प्रखर मिश्र ने कथा का आरंभ हरे कृष्णा हरे कृष्णा... महामंत्र से किया। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का वर्णन कर सबको भक्ति भाव से सराबोर कर दिया। सुदामा चरित्र का प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि सुदामा की भगवान श्री कृष्ण से मित्रता निस्वार्थ थी। इसी लिए सुदामा के पहुंचने पर भगवान उनसे मिलने नगे पैर दौड़े चले आए। मित्र को बिना बताए ही उन्हें सर्व सुख दे दिया। मित्रता तो ऐसी ही होनी चाहिए। मगर आज की मित्रता स्वार्थों पर निर्भर है। इसीलिए अधिक दिन नहीं चलती। उन्होंने भजनों की प्रस्तुति की तो श्रद्धालु मस्त होकर झूमने लगे। आचार्य जी ने पुष्प वर्षा कर भक्तगणों की अभिनंदन स्वीकार किया। श्रद्धालुओं ने भी फूलों की होली खेलकर माहौल ब्रजमय कर दिया। इसके उपरांत राष्ट्र जागरण युवा संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने जिसमें सौरभ शर्मा , सचिन श्याम भारतीय , संजू भैया , डिंपल मिश्रा , लेखपाल शर्मा आदि ने कथा व्यास महाराज जी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया , सत्संग समिति के सदस्यों में एवं मुख्य यजमान प्रमोद कुमार सक्सेना , मधु सक्सेना व समस्त सदस्य कपिल सक्सेना , मनोज मौर्य , प्रभा शर्मा , अंबर सक्सेना , गरिमा सक्सेना , लालिमा सक्सेना एवं विश्व जाग्रति मिशन के सदस्य गुड़ी देवी , संगीता , आशा , किरण , शशि , सुमन सक्सेना , दीपा , आशा , राधा , मीना मौर्य , दिनेश आदि ने सभी आये हुए भक्तों का स्वागत किया और प्रसाद वितरण के उपरांत कथा का समापन हुआ।

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