
RGA न्यूज़ रामपुर
प्रशासन के प्रयास के बावजूद नहीं माने उपद्रवी एक मुहल्ले में किया बवाल पुलिस को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा शहर में दहशत का माहौल...
रामपुर-: नागरिकता संशोधित कानून को लेकर प्रदेश भर में लगी आग से रामपुर भी अछूता नहीं रहा। प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी नगर के एक मुहल्ले में उपद्रवी नहीं माने और बवाल कर डाला था। हाथीखाना चौराहे पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हुए और देखते ही देखते उपद्रव शुरू कर दिया। इसमें एक की मौत हो गई। इस दौरान पुलिस बल को उनका सामना करने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा। पुलिस ने शनिवार देर शाम से रविवार सुबह तक 50 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने उपद्रवियों पर शिकंजा कसते हुए दो मुकदमे दर्ज किए। इनमें एक मुकदमा शहर कोतवाली में दर्ज किया गया है, जिसमें 118 नामजद व हजारों अज्ञात उपद्रवी आरोपित किए गए है। इसमें आगजनी, तोडफ़ोड़, सरकारी काम में बाधा, हत्या जैसे गंभीर आरोप है जबकि दूसरा मुकदमा गंज कोतवाली में दर्ज किया गया है। इसमें भोट थाने की पुलिस जीप को फूंकने में 25 नामजद व सैकड़ों अज्ञात आरोपित हैं।
प्रशासन ने किए थे कड़ी चौकसी के दावे
रामपुर में उलमाओं ने शनिवार को बंद रखने के साथ ही ईदगाह में जलसे की घोषणा कर रखी थी। प्रशासन की ओर से भी पूरे प्रयास किए जा रहे थे कि जिले का माहौल खराब न हो। धारा 144 लागू कर लोगों को चेता दिया गया था कि भीड़ जमा करने या शांति भंग करने पर बख्शा नहीं जाएगा।
डीएम ने उलमा संग की थी बैठक भी
जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह ने लगातार दो दिन उलमाओं संग बैठक भी की थी। उसमें उनसे शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की थी। शुक्रवार को दोपहर में हुई बैठक में प्रशासन द्वारा एक बार फिर ईदगाह में पूर्व घोषित कार्यक्रम को रद करने की अपील की, जिस पर उन्होंने दोबारा मीङ्क्षटग कर बताने को कहा था। शाम को दोबारा प्रशासन और उलमाओं की बैठक में उन्होंने कार्यक्रम रद करने से इन्कार कर दिया था। इधर प्रशासन ने कहीं भी भीड़ जमा न होने देने के आदेश दे दिए। प्रशासन की सतर्कता के चलते हालांकि वह कार्यक्रम तो नहीं हो सका।
खुदा का वास्ता देने पर बंद की पत्थरबाजी
रामपुर : शनिवार सुबह में 11 बजे अचानक बहुत सारे लोग हाथीखाना चौराहे पर इक_ा होने लगे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने पथराव करना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस के हाथ पांव फूल गए लेकिन, पुलिस भी हर स्थिति से निपटने के लिए पहले ही तैयार थी सो जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया। इस दौरान उपद्रवियों को खदेडऩे के लिए पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी। इस पर वे नहीं रुके तो आंसू गैस का भी सहारा लेना पड़ा। दोपहर एक बजे तक रुक-रुक तक पथराव की स्थिति बनी रही। हार कर प्रशासन को उलेमाओं से संपर्क करना पड़ा, जिस पर कुछ धर्मगुरु मौके पर पहुंचे। उन्होंने उपद्रव कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन, वे नहीं माने। बाद में किसी प्रकार अल्लाह का वास्ता दे कर धर्मगुरुओं ने उन्हें रोका। तब कहीं जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस दौरान, एक युवक की मौत हो गई। इसके गले में गोली लगी बताई गई है।
सड़कें रहीं सुनसान, घरों में दुबके रहे लोग
रामपुर : नगर में बाजार सुबह से ही बंद था। माहौल खराब होने का अंदेशा होने के चलते ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी नगर में नहीं पहुंचे थे। यहां तक कि दूध वाले भी दूध लेकर अपने ग्राहकों तक नहीं पहुंच सके। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं नगर के लोग भी सावधानी के चलते घरों से नहीं निकले थे। वे ही व्यक्ति घर से बाहर निकल कर आए, जिनका निकलना बहुत आवश्यक था। उधर जैसे ही नगर में माहौल खराब होने की सूचना लोगों को मिली, तो अचानक दहशत का सा माहौल पैदा हो गया। जो लोग घरों से बाहर थे, वे जल्दी-जल्दी घरों की ओर दौड़ पड़े। इस दौरान हर गली-चौराहे पर शस्त्रों से लैस फोर्स के जवान मुस्तैद नजर आए। नगर के अंदर रोडवेज बसों का प्रवेश न होने से रोडवेज बस स्टॉप पर भी रौनक गायब रही। उधर इंटरनेट खराब होने से भी लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। क्या कारोबारी, क्या सरकारी सारे कामकाज इसके चलते ठप पड़े रहे।