मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के कपाट खुलते ही दर्शनों को उमड़ पड़ी भक्तों की भीड़

Praveen Upadhayay's picture

RGA न्यूज़ जम्मू कश्मीर

सीईओं ने बताया कि करीब दो घंटों के भीतर करीब 1000 श्रद्धालुओं ने प्राचीन गुफा से दर्शन किए। श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर इसे बाद में बंद करना पड़ा।...

कटड़ा:- आखिरकार मां वैष्णो देवी के भक्तों की मुराद पूरी हुई। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आज बुधवार दोपहर बाद करीब 2 घंटे के लिए मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के कपाट खोल दिए। सबसे पहले मां वैष्णो देवी के मुख्य पुजारी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्राचीन गुफा की विधिवत पूजा अर्चना की। पूजा संपन्न होने के बाद श्रद्धालु कतारबद्ध मां के दर्शनों के लिए प्राचीन गुफा के बाहर कतारों में खड़े हो गए। सभी का उत्साह देखते ही बनता था।

श्रद्धालुओं से पहले मुख्य पुजारी के साथ अन्य पुजारियों ने प्राचीन गुफा में प्रवेश किया। कतारों में खड़े श्रद्धालुओं ने भी बारी-बारी मां वैष्णो देवी का नमन करते हुए प्राचीन गुफा में प्रवेश किया और मां के अलौकिक दर्शन किए। प्राचीन गुफा खुलने की बात जैसे ही भवन के बाहर निकली दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। नतीजतन श्राइन बोर्ड को प्राचीन गुफा के कपाट मजबूरन बंद करने पड़े। मायूस श्रद्धालुओं को बाद में कृत्रिम गुफा से दर्शन करने पड़े

एसडीएम भवन नरेश कुमार ने बताया कि आज प्राचीन गुफा केवल दो घंटों के लिए ही खोली गई थी। श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर इसे बाद में बंद करना पड़ा। वहीं श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने कहा कि इस समय यात्रा काफी कम चल रही है। बोर्ड विचार कर रहा है कि जब तक श्रद्धालुओं की संख्या कम है, उस दौरान बीच-बीच में प्राचीन गुफा को खोला जाए ताकि श्रद्धालु उसके दर्शन भी कर सकें। उन्होंने कहा कि बोर्ड अंतिम निर्णय लेकर इस बारे में श्रद्धालुओं काे जानकारी देगा ताकि वे इस अवसर का लाभ उठा सकें।

सीईओं ने बताया कि करीब दो घंटों के भीतर करीब 1000 श्रद्धालुओं ने प्राचीन गुफा से दर्शन किए। मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के स्वर्ण द्वार बनने के बाद यह पहला अवसर है जब यह प्राचीन गुफा खोली गई है। स्वर्ण द्वार से होकर मां वैष्णो के दर्शन करने के बाद जागरण से बात करते हुए दिल्ली के मुकेश कुमार, स्वर्ण कांति, संजना सिंह, राकेश भरोटा, योगेश कोहली, पंजाब के मनजीत सिंह, हरचरण सिंह, राजेंद्र कुमार, सिमरन कौर, हिमाचल के संजय कुमार, मुकेश भाटिया, उत्तर प्रदेश के उमेश यादव, लीलावती, राकेश सिंह आदि ने कहा कि यह उनके जीवन का अलौकिक क्षण है। आज का दिन उन्हें कभी नहीं भूलेगा।

इस पल का वह कई सालों से इंतजार कर रहे थे। कई बार प्रयास किए परंतु वे प्राचीन गुफा से दर्शन करने में कभी सफल नहीं हुए। ऐसा लग रहा है किमां वैष्णो देवी ने उन पर अपनी कृपया बरसा दी है।

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.