RGA न्यूज़ लखनऊ ब्यूरो चीफ सुनील यादव
लखनऊ:- अयोध्या में राम मंदिर की तर्ज पर मस्जिद निर्माण के लिए भी ट्रस्ट का गठन करने की तैयारी है। यह ट्रस्ट मस्जिद निर्माण के साथ ही वहां शैक्षिक व सामाजिक गतिविधियां संचालित करेगा। सुन्नी वक्फ बोर्ड 24 फरवरी, 2020 को होने वाली बैठक में इस ट्रस्ट का एलान कर सकता है। इस ट्रस्ट का नाम इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन रखा जा सकता है।
सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने बताया कि 24 फरवरी की बैठक में अयोध्या से जुड़े मसलों पर चर्चा होगी। फारूकी ने बताया कि बोर्ड के पास अयोध्या में ट्रस्ट गठन का सुझाव आया है, जिस पर अंतिम फैसला बैठक में होगा।
रामजन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के तहत सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में पांच एकड़ भूमि दी जा रही है। इस भूमि पर मस्जिद बनाने के अलावा और क्या गतिविधियां हो सकती है, इस पर फैसला 24 फरवरी की बैठक में होगा। इस बैठक में ट्रस्ट के ऐलान के साथ ही सदस्यों के नामों की भी घोषणा हो सकती है। फाउंडेशन में सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों को शामिल करने के साथ ही मस्जिद मामले में मध्यस्थता करने वालों को भी शामिल किया जा सकता है। इस फाउंडेशन के अध्यक्ष सुन्नी वक्फ बोर्ड के पदेन अध्यक्ष हो सकते हैं।
कोर्ट के आदेश पर मिली पांच एकड़ भूमि पर अस्पताल, विद्यालय, इस्लामिक कल्चरल गतिविधियां बढ़ाने वाले संस्थान और लाइब्रेरी बनाने के साथ ही सामाजिक गतिविधियां बढ़ाने वाले कार्यक्रम संचालित होंगे। इस फाउंडेशन के जरिए सुन्नी वक्फ बोर्ड हिंदू और मुस्लिमों के बीच सामंजस्य बनाने के कार्यक्रम भी चलाएगा।
बता दें कि अयोध्या केस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने के बाद यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने कहा था कि वह न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हैं और बोर्ड का इस फैसले को चुनौती देने का कोई विचार नहीं है। केंद्र के राम मंदिर ट्रस्ट को मंजूरी देने के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या से करीब 22 किमी दूर रौनाही में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने का एलान किया। रौनाही अयोध्या के मुख्य मंदिर क्षेत्र के दायरे में नहीं आता है और मुस्लिम बहुल क्षेत्र है।