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शहर से लेकर देहात तक बाजारों की रौनक बढ़ गई है। रहमत और बरकत की बारिश का महीना माह-ए-रमजान शुरू हो गया है। रमजान के पाक महीने की शुरुआत के साथ ही गुरुवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पहला रोज़ा रखा है। माह-ए-रमजान का आज पहला जुमा होगा। इस मौके पर कड़ी सुरक्षा रहेगी।
रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौंवा महीना है, जिसमें मुसलमान रोजा रखते हैं। इसमें सूर्योदय होने से सूर्य अस्त होने तक कुछ खाया और पीया नहीं जाता। रोजे सुबह सहरी के साथ रखा जाता है और इफ्तार के साथ खत्म कर दिया जाता है। कहा जाता है कि पाक महीने में ही कुरान-ए-पाक नाजिल हुआ था और हर बालिग मुसलमान पर 30 दिन रोज़े रखना फर्ज़ है। इस्लामिक मान्यता के मुताबिक रमजान के महीने में अल्लाह लोगों पर मेहरबान होते हैं और रहमतों की बारिश करते हैं। ये भी मान्यता है कि इस महीने में फर्ज नमाजों का सवाब 70 गुणा बढ़ जाता है। माना जाता है कि रमजान का महीना आते ही जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं। रमजान का महीना खत्म होने के बाद ईद का पर्व मनाया जाता है।
गुरुवार को पहला रोजा था। पहला रोजा 15 घंटे से अधिक लंबा रहा। आज मुकद्दस रमजान का पहला जुमा होगा। इस मौके पर हालांकि रोजेदारों ने कड़ी सुरक्षा, बिजली-पानी और सफाई की व्यवस्था करने की मांग की है। बिजली को लेकर एमडी आशुतोष निरंजन ने निर्देश दे दिए। वहीं, एसएसपी राजेश पांडेय ने सुरक्षा-व्यवस्था तथा मेयर सुनीता वर्मा और नगरायुक्त मनोज कुमार चौहान ने सफाई और पानी की आपूर्ति के निर्देश दिए।
रोजेदार खरीदारी में जुटे, बाजारों में बढ़ी रौनत
रमजान शुरू होते ही रोजेदारों की भीड़ से बाजार गुलजार हैं और दुकानें सज गई हैं। सहरी और इफ्तार के लिए कोतवाली, लिसाड़ी रोड, हापुड़ रोड, लालकुर्ती, रजबन आदि क्षेत्रों में देर रात तक दुकानें खुलने लगी हैं। फेनी, सेवई, खजूर, खजला आदि की दुकानों पर शाम होते ही लोग जुट रहे हैं। सहरी के लिए फैनी, सेवईं, खजला और रस्क तो वहीं इफ्तार के लिए अलग अलग किस्म के खजूर बाजारों में मौजूद हैं। खजूर से रोज़ा खोलना सुन्नत माना गया है। रमजान की शुरुआत के साथ ही रिश्तोदारों और करीबियों को मुबारकबाद देने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। लोग मैसेज और सोशल साइट्स के जरिए एक-दूसरे को माह-ए-रमजान की दुआएं भेज रहे हैं।
सहरी के वक्त बजे सायरन और अलार्म, लालकुर्ती में बजा नगाड़ा
गुरुवार को अकीदतमंदों ने पहला रोजा रखा। मस्जिदों में सहरी के वक्त अलार्म बजाए गए वहीं लालकुर्ती में नगाड़े के जरिए सहरी का ऐलान हुआ। पहले रमजान के साथ ही बाजारों में चहल-पहल तेज हो गयी। वहीं रमजान के मौके पर शाही जामा मस्जिद, गोलाकुआं मस्जिद, इमिलयान मस्जिद, हौज वाली मस्जिद, कसाई वाली मस्जिद, रशीदिया मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में विशेष व्यवस्था की गई है।
दही बड़े और नहारी बनी पसंद
गुरुवार को पहले रोजे के इफ्तार के बाद अकीदतमंद सड़कों पर निकले। इस दौरान गोला कुआं, हापुड़ अड्डा, जाटव गेट, लिसाड़ी रोड आदि कई स्थानों पर दही-बड़े और नहारी के ठेले सज गए। इन पर बड़ी संख्या में लोग जुटे और स्वाद लिया।