70 लाख खर्च पर नतीजा सिफर, संक्रमण के दौर में ऐसेे लगाया गया चूना

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RGA न्यूज़ ब्यूरो चीफ आगरा सोनू शर्मा

45 लाख की खरीद ली गईं छह मशीन 45 डायलिसिस ही हुईं। संविदा पर कार्यरत हैं नेफ्रोलॉजिस्ट डायलिसिस की अत्याधुनिक मशीन सहित टेक्नीशियन पर 70 लाख का खर्चा। ...

आगरा:-  कोरोना संक्रमित डायलिसिस मरीजों की मौत होने पर एसएन में 45 लाख की छह मशीन खरीद ली गईं। मगर, यहां 45 मरीजों की ही डायलिसिस की गई, इसके बाद मरीजों को एसजीपीजीआइ रेफर करने लगे। एसएन के कोविड आइसोलेशन वार्ड में डायलिसिस की सुविधा देने के लिए 70 लाख का खर्चा किया गया।

डायलिसिस मरीजों की जांच में कोरोना की पुष्टि के बाद निजी सेंटर बंद करा दिए गए। इसके बाद एसएन में 100 बेड के आइसोलेशन वार्ड में डायलिसिस की सुविधा शुरू की गई। इसके लिए एक नहीं छह डायलिसिस की मशीन, एक अत्याधुनिक सी आर्म भी खरीद ली गई। संविदा पर टेक्नीशियन रखने के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया। जबकि कॉलेज में एक ही नेफ्रोलॉजिस्ट हैं, वे संविदा पर कार्यरत हैं और निजी अस्पताल में सेवाएं देते हैं। इस तरह डायलिसिस के लिए 70 लाख रुपये खर्च किए गए। 45 डायलिसिस की गईं, इसके बाद डायलिसिस करना बंद कर दिया। एसएन से मरीजों को एसजीपीजीआइ रेफर कर दिया।

मास्क, पीपीई की जगह मशीन खरीदीं

मार्च में एसएन में कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती होने लगे थे। यहां जूनियर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने मास्क और पीपीई की मांग की। मगर, मार्च के अंत में करोडों की खरीद में मास्क और पीपीई बहुत कम मात्रा में खरीदे गए। इसके चलते पैरामेडिकल स्टाफ ने प्रदर्शन भी किए

पैन ड्राइव में डाटा लेकर किया डिलीट

सूत्रों के मुताबिक, पूर्व प्राचार्य डॉ जीके अनेजा ने खरीद फरोख्त से लेकर अन्य डाटा पैन ड्राइव में लेने के बाद उसे डिलीट कर दिया। एसएन और फीरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के लिए अलग अलग खरीद दिखाते हुए एक ही सामान खरीदा गया, इसे एसएन के लिए मंगाया गया था, चर्चा है कि उसे फीरोजाबाद ​भेज दिया गया। 

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