यूपी के कस्तूरबा गांधी स्कूलों साथ परिषदीय विद्यालयों में भी फर्जी नियुक्तियों का खेल

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RGA न्यूज़ लखनऊ उत्तर प्रदेश

यूपी के अनामिका शुक्ला प्रकरण में जैसे-जैसे पुलिस आगे बढ़ रही है कुछ न कुछ नया राज उसके सामने समस्या बन कर खड़े हो जा रहे हैं।...

लखनऊ:- उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में अनामिका शुक्ला के नाम से 25 शिक्षिकाओं के नौकरी करने का प्रकरण पुलिस जितना सुलझाने का प्रयास कर रही है, उतना यह उलझता जा रहा है। प्रकरण में जैसे-जैसे पुलिस आगे बढ़ रही है, कुछ न कुछ नया राज उसके सामने समस्या बन कर खड़े हो जा रहे हैं। पुलिस अब तक अनामिका शुक्ला के नाम पर कुछ कथित शिक्षिकाओं को गिरफ्तार कर चुकी है। फर्जी नियुक्तियां कराने वाले गैंग के सरगना के भाई को भी पुलिस ने दबोच लिया है, लेकिन इसी के साथ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के अलावा अब परिषदीय विद्यालयों में भी भर्तियों में धांधलेबाजी की आशंका गहरा गई है। 

अनामिका शुक्ला प्रकरण में एक-एक कदम आगे बढ़ाती पुलिस ने मैनपुरी से परिषदीय विद्यालय के एक फर्जी शिक्षक जसवंत को गिरफ्तार किया है। पुलिस का मानना है कि जसवंत का भाई पुष्पेंद्र ही फर्जी दस्तावेजों पर भर्ती गैंग का सरगना है। जसवंत फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कन्नौज के हरसेन ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक स्कूल रामपुर बरौली परिषदीय स्कूल में विभव कुमार के नाम से इंचार्ज प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत है

ऐसे ही एक मामले में बहराइच में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। यहां परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त शिक्षकों की जांच में 13 शिक्षकों की बीएड डिग्री फर्जी पाई गई है। इनमें से आठ फर्जी शिक्षकों ने गैर जनपदों में तबादला करा लिया है। एक ज्वाइनिंग के बाद से ही गायब है। बाकी बचे चार को बर्खास्त कर दिया गया है।

दूसरी ओर, मैनपुरी की अनीता शाक्य आंबेडकरनगर पुलिस के हत्थे चढ़ गई है। गुरुवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। ट्रांजिट रिमांड के आधार पर उसे अपने साथ ले गई। अनीता शाक्य मूलरूप से मैनपुरी के गांव लक्ष्मणपुर की निवासी है और आंबेडकरनगर में अनामिका शुक्ला बनकर नौकरी कर रही थी। अनीता ने पुलिस को बताया कि वो समाजशास्त्र से एमए है। वर्ष 2018 में बेवर बाजार में उसकी मुलाकात पुष्पेंद्र से हुई। पुष्पेंद्र ने उसे शिक्षिका के पद पर 10 हजार रुपये की नौकरी लगवाने की बात कहीं। पुष्पेंद्र उसे आंबेडकरनगर ले गया और मार्च 2019 में उसे ज्वाइन करा दिया। यहां वह उपस्थिति रजिस्टर में अनामिका के नाम से हस्ताक्षर करती रही। पुष्पेंद्र उसे हर माह दस हजार रुपये देता था

उधर, सहारनपुर में एक नया राजफाश हुआ है। यहां जांच में सामने आया है कि कानपुर की श्रुति शुक्ला का नाम सहारनपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के लिए तैयार मेरिट सूची में टॉप पर था। काउंसिलिंग के लिए विभाग द्वारा भेजे गए पत्र में खेल कर दिया गया और वह पत्र उस तक पहुंचा ही नहीं। अनामिका को भेजा गया नियुक्ति पत्र जब पता गलत होने के कारण वापस लौट आया तो घर से फोन पर बुलाकर नियुक्ति पत्र देते हुए ज्वाइनिंग कराई गई। मामले में वार्डन को जिम्मेदार बताते हुए उसे बर्खास्त कर दिया है।

दूसरी ओर बुलंदशहर के स्याना स्थित कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में अनामिका शुक्ला के नाम नौकरी करने वाली शिक्षिका की जांच के आदेश बीएसए ने दिए हैैं। इसके अलावा जिले भर के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में तैनात स्टाफ के कागजों की जांच के लिए भी कमेटी का गठन कर दिया है। इसी तरह, प्रयागराज के गोहरी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की विज्ञान शिक्षिका 'अनामिका शुक्ला' की सेवा शुक्रवार को समाप्त कर दी गई। उसके द्वारा फर्जी निवास प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी करने का मामला सामने आया है। बीएसए ने कर्नलगंज थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

अनामिका के बाद अब मीना देवी : औरैया में एक नए तरह का मामला सामने आया है। यहां अनामिका शुक्ला प्रकरण की जांच के बीच एक और मामला पता चला है कि औरैया और एटा जिले में एक ही नाम की दो शिक्षिकाओं का वेतन एक ही पैन कार्ड पर जारी हो रहा है। नोटिस के बाद जिले में तैनात मीना देवी ने शुक्रवार को बीएसए कार्यालय आकर अपने दस्तावेज उपलब्ध करा दिए हैं। इनका मिलान एटा में तैनात मीना देवी के दस्तावेज के साथ कराया जाना है। हालांकि एटा में मीना देवी ने नोटिस के बाद भी दस्तावेज नहीं दिए हैं। औरैया बीएसए ने एटा बीएसए को जानकारी देकर ई मेल के जरिए एटा में तैनात शिक्षिका मीना देवी के दस्तावेज मांगे हैं।

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