तीन सदस्यीय टीम ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की जांच की

Praveen Upadhayay's picture

RGA न्यूज झारखंड/दुमका

उपायुक्त के निर्देश पर गठित तीन सदस्ययीय टीम द्वारा मंगलवार को सरैयाहाट मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परिसर में नवनिर्मित बालिका छात्रावास भवन की जांच की गयी। जांच टीम में जिला परिवहन पदाधिकारी विद्या भूषण, सहायक अभियंता भवन प्रमंडल के सुनील कुमार , प्रखंड विकास पदाधिकारी मुकेश मछुआ शामिल थे। जांच टीम के साथ सहायक अभियंता शिक्षा विभाग के राजेश रंजन व जेई भी मौजूद थे। जांच के दौरान गर्मी छुट्टी के कारण विद्यालय बंद था। विद्यालय मंे चौकीदार तो था, पर उसके पास नवनिर्मित छात्रावास भवन की चाभी नहीं थी। तभी जांच टीम द्वारा भवन का ताला कटवाया गया। अंदर में भी कई कमरे का ताला कटवाकर जांच की गयी। जांच के दौरान कई अनियमिताएं सामने आयी। जिसमें जांच टीम द्वारा बताया गया कि दिवाल पर कई जगहों पर स्क्रेच है। प्लास्टर भी जैसे तैसे कर दिया गया है। दिवाल का रंग रोगन डिस्टेंंपर से किया जाना था, पर घटिया क्वलिटी का सोमोसेम से पोताई की गयी है। स्टील नल व झरना की जगह पर प्लास्टीक का नल लगाया गया है। कमरे में लगे दरवाजा व खिड़की काफी निम्न स्तर का लगाया गया है। सेफ्टी टेंक में प्लास्टर नही किया गया है न ही सेंट्रिग खोला गया है। पहली मंजिल पर टाईल्स लगाने मंे कोताही की गयी है। साईड में सिमेंट लेकर पोत दिया गया है। दिवाल के बगल में स्कोर्टिंग भी नहीं दिया गया है। रंग से सिर्फ पोताई कर दी गयी है। कई जगहों पर पानी निकासी का कोई साधन नहीं दिया गया है। बिजली बोर्ड व वायरिंग भी लोकल व निम्न क्वालिटी का है। मेन स्वीच व बिजली बोर्ड में हाथ डालते ही वह गिर गया। खिड़की का ग्रील में गेपिंग काफी दूर दूर पर है। टीम सदस्यों ने कहा कि भवन निर्माण में काफी अनियमितताएं बरती गयी है। जिसकी रिपोर्ट वे उपायुक्त से करेंगे। 2015 मे स्थानीय विधायक प्रदीप यादव ने भवन का शिलान्यास किया था। यह भवन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा 1 करोड 33 लाख की लागत से बनी है।

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.