खुद की सेहत के सुधरने के इंतजार में है पट्टी स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय

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RGA न्यूज़ पट्टी प्रतापगढ़
पट्टी नगर स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय खुद की सेहत सुधारने के इंतजार में उच्च अधिकारियों की राह देखा है। मानसून के आने शुरुआत से छत से पानी धीरे-धीरे टपकने लगा है। लगातार दो-तीन दिन से हो रही बारिश राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय भवन के दो यहां पर अस्पताल बदहाली से लोग परेशानी के कारण अस्पताल आने से बचते हैं तो वही डॉक्टर भी व्यवस्था के अभाव में बेहतर ढंग से इलाज तो करते है। पर राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय मे इस अव्यवस्था से लोगों में असंतोष साफ दिखाई दे रहा है।कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए जहां सरकार एक तरफ स्वास्थ्य ढांचा मजबूत करने की कवायद में जुटी है। और लगातार कई स्वास्थ्य संबंधी दावे करने में कोई कमी नहीं कर रही है। वही स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय की स्थिति को देख कर के कोई भी सरकार की इस मंशा की हकीकत को जान सकता है। पट्टी के मेन चौक पर महिला अस्पताल के ठीक बगल स्थित इस आयुर्वेदिक चिकित्सालय के खस्ताहाल होने और लापरवाही का आलम यह है।कि लगातार तीन दिन से हो रही बारिश में छत से पानी धीरे-धीरे नीचे फर्श पर फैल रहा है।जिसके कारण जलजमाव की स्थिति साफ दिखाई दे रही है। वहीं पर दीवारों से प्लास्टर पूरी तरीके से खराब हो चुके हैं। सीमेंट और रेत दीवाल से नीचे गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं।पानी लगातार बारिश के कारण अस्पताल के आसपास कीचड़ और जलजमाव की स्थिति बनी हुई है।अस्पताल के अंदर लिखे हुए दिशा निर्देश भी पूरी तरीके से स्पष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं।प्लास्टर टूट जाने से ईंट साफ दिखाई दे रही हैं।जहां एक तरफ आयुष मंत्रालय आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए तमाम प्रकार की जुगत लगाकर योजनाओं को बढ़ाने का दावा ठोक रहा है। वहीं पर लापरवाह अधिकारियों के कारण राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय पट्टी का हाल खस्ताहाल दिखाई दे रहा है। *रोहित जायसवाल पत्रकार*

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