डॉक्टरों की गुटबाजी से जनता में आक्रोश

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जिला अस्पताल में चिकित्सक दंपती के आने के बाद डॉक्टरों में हो रही गुटबाजी के बीच आम जनता पिस रही है।..

चम्पावत:- जिला अस्पताल में चिकित्सक दंपती के आने के बाद डॉक्टरों में हो रही गुटबाजी के बीच आम जनता पिस रही है। इससे आक्रोशित विभिन्न संगठनों के लोगों ने अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी कर जिला अस्पताल प्रशासन का पुतला दहन किया। बाद में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। लोगों ने कहा कि सर्जन व स्त्री रोग विशेषज्ञ की कर्तव्यनिष्ठा से अस्पताल का एक गुट असंतुष्ट है। जिसके चलते उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन से जुड़े कुछ लोगों को यह रास नहीं आ रहा है।

शुक्रवार को मुख्य बाजार में विभिन्न संगठनों ने सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी और पीएमएस डॉ. आरके जोशी के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विधायक कैलाश गहतोड़ी के अथक प्रयासों से जिला अस्पताल में पूरे ढाई साल के बाद स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती हुई है। गायनी और सर्जन दंपती की तैनाती के बाद मरीजों को रेफर किए जाने की मामलों में अंकुश लग पाया है। पहले जिला अस्पताल में 15 से 20 प्रसव हुआ करते थे। वहीं ढाई माह के भीतर सर्जन व गायनी पति पत्नी ने 50 से अधिक जटिल प्रसव करवाकर गरीब जनता के लाखों रुपये बर्बाद होने से बचाए हैं, लेकिन जिला अस्पताल का एक गुट सर्जन व गायनी दंपती को हटाने की साजिश रच रहा है। लोगों ने चेतावनी दी है कि जिला अस्पताल में गुटबाजी खत्म नहीं हुई तो वह आदोलन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने सीएम और स्वास्थ्य सचिव को ज्ञापन भेजकर स्वास्थ्य विभाग में तैनात उच्चाधिकारियों का स्थानातरण करने की माग की है। चेतावनी दी है कि यदि उनकी माग पूरी नहीं हुई तो वह आदोलन को विवश हो जाएंगे। प्रदर्शन करने वालों में पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ सक्टा, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश अधिकारी, युका जिलाध्यक्ष सूरज प्रहरी, छात्र संघ अध्यक्ष रोहित कार्की, बीडीसी सदस्य मुकेश महराना, सुंदर सिंह बोहरा, सभासद रोहित बिष्ट, नंदन तड़ागी, एलएम भट्ट, मोहन अधिकारी आदि शामिल रहे।

जिला अस्पताल में कोई गुटबाजी नहीं, बल्कि समन्वय की कमी दिख रही है। इसके लिए शीघ्र बैठक बुलाकर इस कमी को दूर किया जाएगा। स्टाफ को चेतावनी दी जा रही है कि वह कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत कार्य करें और फिजूल की बयानबाजी न करें।

-डॉ. आरके जोशी, पीएमएस, जिला अस्पताल चम्पावत

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