

RGA:- न्यूज़
कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में इंटरनेट ने लोगों के काफी काम आसान कर दिए हैं। लेकिन जिन क्षेत्रों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है, वहां बच्चों की पढ़ाई से लेकर ऑनलाइन खरीदारी तक में काफी मुश्किलें आ रही हैं। छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग देश के उन सर्वाधिक पिछड़ इलाकों में से एक है जहां के कई हिस्सों में आज तक मोबाइल नेटवर्क ही नहीं पहुंचा।
हालांकि, बस्तर के एक बड़े क्षेत्र को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने का दावा सरकार करती रही है, लेकिन संसाधनों की कमी और पुरानी तकनीक की वजह से इसका फायदा लोगों को नहीं मिल पाता। बिजली, सड़क, स्वास्थ्य की तरह ही संचार भी बुनियादी सुविधाओं में से एक है और इन सभी बुनियादी सुविधाओं से बस्तर के लोग आज भी जूझ रहे हैं। बस्तर में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा के विस्तार को लेकर यहां की राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद को एक पत्र लिखा है।
राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने बस्तर संभाग में बीएसएनएल की सेवा को ठीक करने और उपकरणों को अपग्रेड करने के संबंध में केन्द्रीय संचार मंत्री को यह पत्र लिखा। इस पत्र में फूलोदेवी ने संचार मंत्री को बच्चों की ऑनलाइन शिक्षा का हवाला देते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में बच्चों के पास ऑनलाइन शिक्षा ही ज्ञान अर्जन का प्रमुख जरिया है। देश भर के गांव- शहरों में बच्चे ऑनलाइन शिक्षा हासिल कर पा रहे हैं, लेकिन बस्तर में संचार सुविधाओं की बदहाली का सीधा असर बच्चों के भविष्य पर पड़ रहा है। यहां के बच्चे ऑनलाइन शिक्षा के मामले में नेटवर्क की दिक्कतों की वजह से पिछड़ रहे हैं।
फूलोदेवी नेताम ने अपने पत्र में बच्चों की ऑनलाइन शिक्षा सहित के लिए बेहतर नेटवर्क विकसित करने की मांग के साथ ही अन्तागढ़ विधानसभा के पखान्जुर और कोयलीबेड़ा क्षेत्र में बीएसएनएल का नेटवर्क सुधार कराने के साथ ही पूरे बस्तर में इसे मजबूत करने की मांग रखी है। नेटवर्क की सुदृढ़ता न होने की वजह से कैशलैस व्यापार बंद होने की बात भी उन्होंने कही। उन्होंने कहा है कि संचार सुविधाओं को स्थापित करने वाले उपकरणों को अपग्रेड किया जाना चाहिए, जिससे लोग संचार तकनीक का सीधा फायदा उठाकर अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकें।