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बिहार में गोपालगंज के एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल के स्ट्रांग रूम से 42 हजार उत्तर पुस्तिकाओं की चोरी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। एस एस स्कूल के प्रिंसिपल प्रमोद कुमार को बिहार कुछ समय पहले विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय में बुलाया गया था। उनसे पूछताछ की जा रही थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर कोतवाली पुलिस अपने साथ ले गई है। सूत्रों के अनुसार बोर्ड ऑफिस में सुबह एक से डेढ़ घंटे तक चेयरमैन आनंद किशोर रहे।
प्रिंसिपल समेत तीन गिरफ्तार
गोपालगंज में मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका गायब होने के मामले में प्राचार्य सह केंद्राधीक्षक बिहार बोर्ड कार्यालय से तो नाइट गार्ड और आदेशपाल गोपालगंज से पकड़े गए। एसएस गर्ल्स प्लस टू हाईस्कूल गोपालगंज से 213 बैग यानी 42 हजार से ज्यादा कॉपियां गायब हुई थी।
उल्लेखनीय है कि एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल के स्ट्रांग रूम से 42 हजार 705 उत्तर पुस्तिकाएं गायब हो गईं हैं। इस मामले में प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने 17 जून को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी
वहीं बोर्ड ऑफिस में कोतवाली पुलिस भी पहुंची है। बोर्ड ऑफिस के गेट को बंद कर दिया गया है। किसी को भी अंदर जाने से रोका जा रहा है। वही बोर्ड ऑफिस में मैट्रिक के टॉपर छात्रों का वेरिफिकेशन भी चल रहा है। इसको लेकर बोर्ड आफिस में काफी गहमागहमी का माहौल है। जिस तरह की परिस्थितियां उत्पन्न हुई हैं उसमें मैट्रिक रिजल्ट 20 जून को आने की संभावना कम हो गयी है।
बिहार बोर्ड मैट्रिक की गायब कॉपियों के मामले में नाइट गार्ड गिरफ्तार
आपको बता दें कि इस वर्ष 17 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने 10वीं की परीक्षाएं दी थी। एग्जाम 21 फरवरी से 29 फरवरी के बीच राज्य के 1,426 केंद्रों पर हुए थे। पिछले वर्ष बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में 50 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए थे। यानी सिर्फ स्टूडेंट्स ही पास हो पाए थे। पिछले साल छात्राओं की सफलता का प्रतिशत 21 और छात्रों का 28 प्रतिशत रहा था।
किरकिरी से बचने के लिए बिहार बोर्ड इंटर की तरह मैट्रिक नतीजों में भी पूरी सतर्कता बरत रहा है। मैट्रिक के नतीजों के ऐलान से पहले टॉप-25 तक आने वाले मेधावी छात्रों की जंची हुई उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच की गई है। यहीं नहीं बोर्ड की एक समिति ने राज्य के विभिन्न जिलों से टॉपर विद्यार्थियों को बुलाकर उनका वेरिफिकेशन भी किया गया है।