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रैपिड रेल का कार्य जून के दूसरे सप्ताह से पकड़ेगा रफ्तार।
Delhi Meerut Rapid Rail रैपिड रेल कारिडोर का कार्य जून के दूसरे सप्ताह से पूरी क्षमता व सौ फीसद कर्मचारियों के साथ फिर रफ्तार पकड़ लेगा। ऐसी उम्मीद एनसीआरटीसी और संबंधित कार्यदायी कंपनियों के अधिकारियों ने जताई
मेरठ: रैपिड रेल कारिडोर का कार्य जून के दूसरे सप्ताह से पूरी क्षमता व सौ फीसद कर्मचारियों के साथ फिर रफ्तार पकड़ लेगा। ऐसी उम्मीद एनसीआरटीसी और संबंधित कार्यदायी कंपनियों के अधिकारियों ने जताई है। कोरोना की चपेट में कार्यदायी कंपनियों के इंजीनियर व एनसीआरटीसी का स्टाफ भी आया था। बड़ी संख्या में श्रमिक कोरोना के डर की वजह से अपने घर चले गए थे। ऐसे में कार्य की गति धीमी पड़ गई। हालांकि जितने कर्मचारी उपलब्ध थे, उनसे कार्य चलता रहा। अब संक्रमित स्टाफ में से अधिकांश ठीक हो गए हैं और विश्राम के बाद कार्य पर लौटने लगे हैं। कुछ स्टाफ जून के पहले सप्ताह तक आ जाएगा।
इससे दिल्ली से लेकर मेरठ के मोदीनगर तक कार्य जोर-शोर से आगे बढ़ जाएगा। बेगमपुल के बाद एलिवेटेड स्टेशन के पिलर बनने शुरू हो जाएंगे तो वहीं भूमिगत स्टेशन के लिए टनल खोदाई का कार्य भी शुरू होगा। इसके अलावा मेरठ में चल रहे कार्य को भी भरपूर गति मिलेगी। अधिकारियों ने संभावनाएं जताई हैं कि कर्मचारियों के आने के बाद तेज गति से लक्ष्य की ओर कार्य बढेगा। संभावनाएं हैं कि 2023 तक रैपिड रेल का निर्माण कार्य हो जाएगा।
शुरू हुआ भूमिगत स्टेशन के लिए डी-वाल का निर्माण कार्य
रैपिड रेल कारिडोर के अंतर्गत भूमिगत स्टेशन के लिए डायफ्राम वाल यानी डी-वाल का कार्य भैंसाली में बुधवार से शुरू हो गया। यह कार्य स्टेशन का कार्य शुरू होने से पहले किया जाता है। यह दीवार उस समय सबसे ज्यादा काम आती है जब टनल का कार्य शुरू होता है। स्टेशन के आसपास टनल की खोदाई के समय इस दीवार की वजह से आसपास के घर सुरक्षित रहते हैं। करीब 25 मीटर गहराई तक डी-वाल बनाई जाती है। इसके लिए सरिये का फ्रेम तैयार कर लिया गया था। बुधवार को उसे जमीन में उतारकर उसमें कंक्रीट का भराव शुरू कर दिया गया। डीवाल तीनों भूमिगत स्टेशनों भैंसाली, बेगमपुल व फुटबाल चौक पर दोनों तरफ बनाई जाएगी। इसके बन जाने के बाद स्टेशन का बाकी काम शुरू होगा। वहीं जल्द ही टनल बोरिंग मशीन आने वाली है। मशीन आने पर टनल की भी खोदाई शुरू कर दी जाएगी
लॉकडाउन के दौरान भी चल रहा है कार्य
यूपी सरकार और दिल्ली सरकार द्वारा भले ही लॉकडाउन लगा दिया गया हो, लेकिन कई विकास कार्य योजनाएं चल रही है। इन्हीं में से एक रैपिड रेल निर्माण कार्य भी है, जो कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी जारी है। मेरठ में तहसील के पास भूमिगत स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है तो वहीं दिल्ली मेरठ रोड पर पिलर निर्माण व खुदाई का काम जारी है। इसके अलावा मोदीपुरम क्षेत्र में भी निर्माण कार्य जारी है।
19 किमी. से अधिक हिस्से में पिलर निर्माण कार्य पूरा
दिल्ली-गाजियाबाद- मेरठ रैपिड रेल के 82 किमी निर्माण कार्य को लेकर अभी तक 19 किमी तक के भाग में पिलर निर्माण का कार्य पूरा किया जा चुका है। अभी लगभग 62 किमी के हिस्से में निर्माण कार्य बाकी है। अधिकारियों ने कहा था कि अभी तक पर्याप्त क्षमता न होने के कारण कार्य को गति नहीं मिल पाई है, वहीं आद्योगिकी ऑक्सीजन की उपलब्धता, इंजिनियरों की कमी और मैन पावर की कमी के कारण भी कार्य प्रभावित है।