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बागपत में तीन तस्करों से बरामद नकली 60 रेमडेसिविर इंजेक्शन।
मोटी कीमत वसूलकर भी बीमार मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करना चाहते थे। बागपत में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिल्ली ले जाते पकड़े गए थे पिता-पुत्र समेत तीन लोग। इस तरह हुआ राजफाश
बागपत आठ दिन पूर्व दिल्ली ले जाते समय पकड़े गए 60 रेमडेसिविर इंजेक्शन नकली निकले। इसका चौंकाने वाला राजफाश रेमडेसिविर इंजेक्शन की नमूनों की लखनऊ लैब की जांच रिपोर्ट से हुआ है। इससे स्पष्ट है कि तस्कर मोटी रकम वसूलने के बाद भी बीमार मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे थे। अब अफसरों ने इंजेक्शन तैयार करने वाली कंपनी पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।
कंपनी को जल्द ही नोटिस भेजा जाएगा।बागपत पुलिस और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने संयुक्त रूप से 19 मई की रात नगर के राष्ट्र वंदना चौक पर महिंद्रा एक्सयूवी कार से 60 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए थे। पुलिस ने कार में सवार मनमोहन व उसका बेटा मुकंद निवासी गांधी कालोनी, थाना नई मंडी मुजफ्फरनगर व बिशन निवासी सलेमपुर चौक रानीपुर हरिद्वार को गिरफ्तार किया था। उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया था। वहीं औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के आठ नमूने लेकर जांच के लिए लखनऊ लैब भेजा गया था। नमूनों की लैब रिपोर्ट गुरुवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को प्राप्त हुई। जिसमें चौंकाने वाला राजफाश हुआ। औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि रेमडेसिविर इंस्पेक्टर के नमूने लखनऊ प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में नकली पाए गए है। इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी को जल्द ही नोटिस दिया जाएगा।
किस-किस को लगे इंजेक्शन, जांच से होगा पर्दाफाश आरोपितों ने कितने नकली इंजेक्शन सप्लाई किए हैं और किस-किस मरीज को इंजेक्शन लगे हैं। इसकी पड़ताल शुरू कर दी गई है। इसका जल्द ही पर्दाफाश होगा।
नकली इंजेक्शन पर अंकित है 5400 रुपये, वसूलते थे 30 हजार औषधि निरीक्षक का कहना है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमत 900 रुपये से लेकर 5400 रुपये है। बरामद नकली इंजेक्शन पर 5400 रुपये अंकित है। आरोपित इंजेक्शन को 30 हजार रुपये तक बेचते थे। पता किया जाएगा कि किस कंपनी ने इंजेक्शन तैयार किए है।
पंजाब से लाए गए थे इंजेक्शनपुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया था कि 14 मई को पंजाब के मोहाली जनपद के जीरकपुर नगर से सुखपाल चौहान उर्फ एसपी चौहान से 92 इंजेक्शन खरीदकर लाए थे। 32 इंजेक्शनों को मनमोहन के दूसरे बेटे विशाल ने मुजफ्फरनगर में बेच दिए थे। वहीं पुलिस आरोपित एसपी चौहान व विशाल की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है।