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दो घंटे की पूछताछ में एंबुलेंस से संबंधित सवाल पर चुप हो गया मुख्तार अंसारी।
बाराबंकी एआरटीओ में वर्ष 2013 में पंजीकृत एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 जिसे मुख्तार अंसारी प्रयोग करता था। उसे बाराबंकी में उसके किस गुर्गे ने पंजीकृत कराई और उसका लोकल नेटवर्क क्या है
बाराबंकी बांदा जेल में निरुद्ध एंबुलेंस प्रकरण में साजिश के आरोपित बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से बाराबंकी पुलिस ने दो घंटे तक पूछताछ की। विवेचक महेंद्र प्रताप सिंह को अपने सवालों का जवाब हासिल करने में खासी जद्दोजहद करनी पड़ी। किसी सवाल का मुख्तार ने सीधा जवाब नहीं दिया। एंबुलेंस पंजीयन का जब सवाल पूछा गया तो उसने चुप्पी साध ली।
बाराबंकी एआरटीओ में वर्ष 2013 में पंजीकृत एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 जिसे मुख्तार अंसारी प्रयोग करता था। उसे बाराबंकी में उसके किस गुर्गे ने पंजीकृत कराई और उसका लोकल नेटवर्क क्या है। इन महत्वपूर्ण सवालों सहित विवेचक ने करीब 60 सवाल मुख्तार से पूछे। गौरतलब है कि एक अप्रैल को कोतवाली नगर में दर्ज हुए जालसाजी के मुकदमे की तफ्तीश में मुख्तार अंसारी को साजिश का आरोपित बनाते हुए डॉ. अलका के सहयोगी डा. शेषनाथ राय, विधायक प्रतिनिधि मुजाहिद, शाहिद, आनंद यादव, राजनाथ यादव को भी आरोपित किया गया है। इनमें से तीन को जेल भेजा जा चुका है। तफ्तीश को गति देने के लिए पुलिस न्यायालय से अनुमति लेकर मुख्तार से पूछताछ करने के लिए बुधवार को बांदा जेल गई थी
दो घंटे में किए करीब 60 सवाल :
तीन सदस्यीय टीम में विवेचक व एक दारोगा बांदा जेल के अंदर गए। यहां करीब दो घंटे तक की पूछताछ में विवेचक ने 60 सवाल किए। मुकदमे में शामिल किए गए आरोपितों की जानकारी से लेकर बाराबंकी में उसके लोकल नेटवर्क से सबंधित सवाल किए। एक-दो को छोड़कर ज्यादातर सवालों का जवाब मुख्तार ने घुमा फिराकर दिया। हालांकि मुकदमे में आरोपित बनाए गए सभी आरोपितों को मुख्तार ने अपरोक्ष रूप से जानने की बात कही।
पूछताछ में मुख्तार ने कई और लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। जिनके बारे में गहन जांच के बाद उनके खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। मुकदमे में वांछित अन्य आरोपितों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। इसके बाद जिले में मुख्तार के नेटवर्क से जुडे लोगों की भी गिरफ्तारी होगी