वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार बच्चे को गोद लिया जाऐगा-: अनिल जी ( यूनिसेफ)
विज्ञान फाउंडेशन के द्वारा आयोजित कोविड काल में बच्चो के सुरक्षा और संरक्षण विषय पर ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। यूनिसेफ के प्रोग्राम कोर्डिनेटर श्री अनिल कुमार जी यूनिसेफ बाल संरक्षण ने बताया की अगर कोई व्यक्ति किसी अनाथ बच्चे को गोद लेना चाहता है तो उसे गोद लेने की जो भी वैधानिक प्रक्रिया है उसे पूरा करने के बाद ही बच्चे को गोद लेना होगा! ग्रामीण बौद्ध कल्याण सेवा संस्थान के संस्था प्रमुख ओंकार नाथ चौधरी ने बाल संरक्षण आदि बिषय पर जानकारी दिया कोरोना काल में शिक्षा से वंचित बच्चे अधिक तर बाल श्रमिक होने कारण बताया इसीके साथ वर्ल्ड विजन संस्था के प्रोग्राम आफिसर शरबन कुमार नायक जी ने गुड टच और बैंड टच के विषय में बताते हुए कहा कि अगर कोई किसी बच्चे को गलत तरीके से छूटा है तो इसकी शिकायत 1098 की जानी चाहिए। संजय मिश्रा सचिव बाल कल्याण संघ/नीति आयोग के सदस्य ने बताया कि बाल आयोग द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार ही इस कोविड काल में बच्चो के देख रेख करने की जरूरत है। टी आर पी नया सवेरा श्री मनोज तिवारी ने बताया कि श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिको को रू 1000/मात्र मासिक भरण पोषण भत्ता श्रम विभाग द्वारा दिया जाने वाला है। अस्मिता सरकार चाइल्ड लाइन श्रावस्ती द्वारा बाल श्रम के बारे में जानकारी दिया गया ! इस कार्यक्रम में बिज्ञान फाउंडेशन लखनऊ के श्री संदीप खरे, रिचा चन्द्रा, प्रदीप कुमार शुक्ला ए एच टी यू प्रभारी श्रावस्ती,आरती वर्मा ए एच टी यू प्रभारी बलरामपुर, रंजना गौर बाराणसी, परवीन बानो बलरामपुर, एकता तिवारी सिद्धार्थ नगर, चन्द्रेश यादव टीआरपी नया सबेरा गोन्डा,विश्राम पासवान विज्ञान फाउंडेशन के फिल्ड क्वार्डीनेटर बलरामपुर/श्रावस्ती द्वारा धन्यवाद/आभार व्यक्त करते हुए कार्यशाला का समापन किया गया इस कार्यक्रम में 95 स्वयं सेवी संस्था के कार्यकर्ताओं, पुलिस विभाग के बाल कल्याण अधिकारी आदि ने प्रतिभाग किया