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RGA news
2400 रुपये प्रति बोरी के स्थान पर किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी काटकर कुल 1200 रुपये ही चुकाने होंगे।
रबी की फसल के बाद अब खरीफ की फसल की बुआई व रोपाई का सीजन शुरू हो गया है। कृषि विभाग ने खरीफ की फसल का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया है। डीएपी खाद में 50 फीसदी छूट से बरेली मंडल के किसानों को काफी राहत के साथ बचत होगी।
बरेली, रबी की फसल के बाद अब खरीफ की फसल की बुआई व रोपाई का सीजन शुरू हो गया है। कृषि विभाग ने खरीफ की फसल का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया है। वहीं डीएपी (डाई अमोनियम फास्फेट) खाद में 50 फीसदी छूट से बरेली मंडल के किसानों को काफी राहत के साथ बचत होगी। 2400 रुपये प्रति बोरी के स्थान पर किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी काटकर कुल 1200 रुपये ही चुकाने होंगे। कोरोना काल में सारे कामकाज ठप हो जाने पर आर्थिक तंगी झेल रहे किसान खरीफ फसल की बुआई से पहले खाद के दामों में कटौती से राहत महसूस कर रहे हैं।
बरेली में डीएपी का लक्ष्य कुल 26 हजार मीट्रिक टन है। जिसका वितरण एक अप्रैल से 30 सितंबर तक किया जाना है। बरेली में कुल पांच लाख किसान हैं। इसी प्रकार यूरिया का लक्ष्य 99 हजार मीट्रिक टन है। 45 किलो यूरिया का बैग किसानों को 266.50 रुपये में मिलेगा। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि जनपद में यूरिया व डीएपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कहीं भी तय रेट से अधिक की बिक्री होने पर उन्हें तत्काल जानकारी दें। जिससे कि कालाबाजारी व निर्धारित दाम से अधिक की बिक्री करने वालों पर कार्रवाई की जा सके।
जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि शासन से खरीफ फसल बुआई का लक्ष्य मिल गया है। जिसके तहत बीज भी उपलब्ध हो गया है। बताया कि इस बार धान एक लाख 58 हजार 450 हेक्टेयर, उर्द आठ हजार दो सौ सात हेक्टेयर, अरहर 50 हेक्टेयर, मक्का 150 हेक्टेयर, बाजरा 7297 हेक्टेयर, मूंग पांच हेक्टेयर, मूंगफली 592 हेक्टेयर, तिल 1148 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला है। बताया कि जिले के सभी राजकीय कृषि बीज भंडारों पर धान का बीज उपलब्ध करा दिया गया है। किसान केंद्रों से तय रेट पर बीज प्राप्त कर सकते हैं। बीज मिलने में परेशानी होने पर भी उनसे संपर्क किया जा सकता है।