लखनऊ में कोरोना काल में कम हुई बिजली की डिमांड, घट गई ट्रांसफार्मर जलने की संख्या

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लखनऊ में अमूमन मई माह में ढाई से पौने तीन सौ ट्रांसफार्मर खराब होते थे।

लखनऊ के गांव व शहर में जो ट्रांसफार्मर गर्मी शुरू होते ही दगने व जलने शुरू हो जाते थे इस बार ऐसा कम हुआ। मई माह में ढाई सौ से पौने तीन सौ ट्रांसफार्मर सामान्य तौर पर जल जाया करते थे। वर्ष 2021 में यह ग्राफ 100 का रहा।

लखनऊ राधजधानी के 36 हजार ट्रांसफार्मर में इस बार सिर्फ सौ ट्रांसफार्मर ही खराब हुए। कोरोना काल में बिजली की डिमांड कम होने और घरों में एसी व कूलर बहुत ज्यादा न चलना भी इसके पीछे एक कारण है। ऐसे में गांव व शहर में जो ट्रांसफार्मर गर्मी शुरू होते ही दगने व जलने शुरू हो जाते थे, इस बार ऐसा कम हुआ। मई माह में सामान्य वर्षों में ढाई सौ से पौने तीन सौ ट्रांसफार्मर सामान्य तौर पर जल जाया करते थे। वर्ष 2021 में यह ग्राफ 100 का रहा। वहीं अप्रैल में मात्र 77 ट्रांसफार्मर ही खराब हुए। अलीगंज स्थित कार्यशाला हर बार की तरह इस बार भी सैकड़ों ट्रांसफार्मर गर्मियों के लिए तैयार कर रखे थे, लेकिन जरूरत ही नहीं लगी। 

राजधानी में ग्रामीण क्षेत्र मिलाकर करीब 36 हजार छोटे से लेकर बड़े ट्रासंफार्मर हैं। इनमें दस किलोवॉट से लेकर एक हजार किलोवॉट वाले ट्रासंफार्मर हैं। सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में 25 केवीए और 100 केवीए के खराब होते हैं। इसके बाद शहरी क्षेत्र में नंबर आता  है 250  केवीए, 400 केवीए और 630 केवीए। एक हजार केवीए के ट्रांसफार्मर कम फुंकते हैं। इसलिए अलीगंज स्थित बिजली विभाग की ट्रासंफार्मर कार्यशाला में जो अप्रैल, मई व जून माह में ट्रांसफार्मर की डिमांड होती थी, वह आधी भी नहीं बची है। अधिशासी अभियंता अंकुर अवस्थी कहते हैं कि बरसात के लिए भी कार्यशाला ने तैयारी कर रखी है। अमूमन बरसात में ट्रांसफार्मर खराब होते है, इसलिए हर साल की तरह इस साल बेहतर तैयारी है। 

उत्तर प्रदेश पाॅवर कारपोरेशन चेयरमैन के साथ चल रही अभियंता संघ की खींचातान खत्म: उ0प्र0 राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ के एक सप्ताह से चल रहे असहयोग आन्दोलन एक जून से खत्म हो गया है। उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन के साथ हुई वार्ता के बाद सहमति बनी की सकारात्मक समस्याओं को चरणबद्ध् तरीके से हल किया जाएगा। दोनों पक्षों में आम सहमति बनने के बाद अभियंताओं ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। वहीं संघ द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि प्रबन्धन ने अभियन्ता संघ द्वारा उठाए गए सभी बिन्दुओं तथा अभियन्ताओं की समस्याओं पर सतत वार्ता कर सार्थक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। उधर महासचिव को ठाकुरगंज में उपखंड अधिकारी पद पर ज्वाइन करना होगा। 

विद्युत अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह ने बताया कि अभियन्ताओं की विभिन्न समस्याओं के निराकरण न होने से आक्रोशित विद्युत अभियन्ताओं द्वारा एक सप्ताह से असहयोगात्मक आन्दोलन चल रहा था। वार्ता में अभियन्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगों एवं ज्वलंत समस्याओं से प्रबन्धन को अवगत कराया, जिस पर प्रबन्धन ने समस्याओं पर ससमय नियमानुसार कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया। 

प्रबन्धन के साथ वार्ता में प्रबन्धन की ओर से प्रबन्ध निदेशक(पावर कारपोरेशन), प्रबन्ध निदेशक (उत्पादन एवं पारेषण) एवं अध्यक्ष तथा संघ की ओर से एके सिंह पूर्व अध्यक्ष, वीपी सिंह अध्यक्ष, रणवीर सिंह उपाध्यक्ष, एएन सिंह, संयुक्त सचित, वीके गुप्ता संगठन सचिव, संदीप राठौर संयुक्त सचिव, आलोक श्रीवास्तव प्रचार सचिव, राहुल सिंह कोषाध्यक्ष आदि शामिल रहे।

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