RGA न्यूज जम्मू
साउथ कश्मीर के पहाड़ों में पवित्र गुफा में सोमवार 12वें दिन बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले अमरनाथ यात्रियों की संख्या का आंकड़ा एक लाख पार हो गया। पारंपरिक बालटाल और पहलगाम से 9606 यात्रियों ने भोले के दरबार में हाजिरी दी। इसके साथ यह आंकड़ा 104018 तक पहुंच गया। हालांकि पिछले दो साल के मुकाबले एक लाख का आंकड़ा कुछ दिन बाद हुआ है। इसका बड़ा कारण यात्रा के शुरू में खराब मौसम और घाटी में आतंकी घटनाओं से यात्रा में बाधा पड़ना रहा है। वर्ष 2016 में सात दिन में 103063 और वर्ष 2017 में आठ दिन में 105380 यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ उमंग नरुला ने बोर्ड के चेयरमैन व राज्यपाल एनएन वोहरा को यात्रा समीक्षा जानकारी में बताया कि रेलपथरी और बारीमार्ग पर पिछले दिनों मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन, फिसलन और पहाड़ों से पत्थर गिरने से बालटाल और नुनवान बेस कैंप में हजारों यात्रियों को रोकना पड़ा। जम्मू से भी जत्था रोका गया। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 30 जून, 4 और 5 जुलाई को बालटाल व पहलगाम ट्रैक से यात्रा स्थगित करनी पड़ी। इसके अलावा 29 जून और 6 जुलाई को बालटाल ट्रैक से यात्रा स्थगित रही।
हवाई मार्ग से भी यात्रा जारी
ट्रैक के विभिन्न हिस्सों पर तैनात 9 एमआरटी कमजोर, भूस्खलन और गिरने वाले पत्थरों के क्षेत्रों में विशेष रूप से बारीमार्ग और रेलपथरी के बीच यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही में सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पंजीकृत यात्रियों को एसएमएस के माध्यम से यात्रा संबंधी जानकारी दी जा रही है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के सोमवार को बहाल होने के साथ अमरनाथ यात्रा आगे बढ़ने से यात्रियों को राहत मिली। पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक के अलावा आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से पवित्र गुफा के लिए हजारों शिव भक्तों ने कड़ी सुरक्षा के बीच प्रस्थान किया।
भोले के भक्तों का मौसम साथ दे रहा है। दोनों ट्रैक से हवाई मार्ग से चापर सेवा से यात्रा जारी है। पहलगाम ट्रैक से 516 महिला और 197 साधुओं के साथ कुल 3163 और बालटाल से कुल 2078 श्रद्धालु (चापर सेवा सहित) आगे बढ़े। इनमें बालटाल से पैदल यात्रा के लिए गए 977 श्रद्धालुओं में 752 पुरुष और 225 महिला श्रद्धालु शामिल रहे।
एक अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा और मौसम को ध्यान में रखते हुए सुबह 10 बजे तक ही पैदल यात्रा दोमेल से छोड़ी गई जबकि उसके बाद किसी को भी पैदल यात्रा मार्ग की ओर जाने नहीं दिया गया। बालटाल से चापर की 195 उड़ानों में कुल 1101 श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए पवित्र गुफा तक पहुंचे। इनमें 733 पुरुष जबकि 368 महिलाएं शामिल थी। आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से अब तक के सबसे बड़े जत्थे में 6162 श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ।