सेहत की साइकिल अब बढ़ाएगी खेल की रफ्तार, मेरठ में ट्रैक तैयार

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मेरठ में साइकिलिंग के लिए ट्रैक तैयार हो चुका है।

साइकिल मनुष्य के साथ ही पर्यावरण की सेहत के लिए भी लाभकारी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइकिलिंग को बेहतरीन स्पोट्र्स के तौर पर मान्यता है लेकिन हमारे आसपास इसे अभी वह लोकप्रियता नहीं मिली है जो मिलनी चाहिए। वहीं मेरठ में साइकिलिंग के लिए ट्रैक तैयार हो चुका है।

मेरठ,साइकिल मनुष्य के साथ ही पर्यावरण की सेहत के लिए भी लाभकारी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइकिलिंग को बेहतरीन स्पोट्र्स के तौर पर मान्यता है, लेकिन हमारे आसपास इसे अभी वह लोकप्रियता नहीं मिली है, जो मिलनी चाहिए। एक साइकिलिस्ट की फिटनेस एथलीट की तरह होती है, जो घंटों बिना रुके पूरी रफ्तार के साथ साइकिल चलाने में सक्षम होते हैं। सेहत के साथ ही बेहतरीन स्पोट्र्स को बच्चों से बड़ों तक पहुंचाने के लिए मेरठ के अंतरराष्ट्रीय साइकिलिस्ट सचिन पंवार ने कदम बढ़ाया है।

करा रहे ट्रेनिंग, बनाया ट्रैक भी

सचिन पंवार ने मेरठ में साइकिलिंग की ट्रेनिंग देना शुरू किया है। मेरठ में रहने के दौरान वे गंगानगर और आसपास के क्षेत्र में साइकिलिंग का प्रशिक्षण करा रहे हैं। स्वयं साइकिल के साथ वे बच्चों और बड़ों के दल को लंबी साइकिलिंग पर भी ले जा रहे हैं। सचिन ने अपने गांव रजपुरा में बच्चों को साइकिलिंग की ट्रेनिंग देने के लिए 700 मीटर का ट्रैक भी तैयार किया है। कोरोना नियंत्रित होने के बाद वे यहां छोटे बच्चों को भविष्य का राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय साइकिलिस्ट बनाने पर काम करेंगे।

एक मिनट में मारें 70-80 पैंडल

सचिन के अनुसार साइकिल चलाना सबसे अच्छी एक्सरसाइज होती है। जो भी बच्चे या बड़े साइकिल चलाते हैं, वे हर दिन या सप्ताह में कम से कम पांच दिन एक घंटे रोज साइकिल चलाएं। साइकिल चलाना टहलने जैसा नहीं होना चाहिए। एक मिनट में कम से कम 70 से 80 बार पूरा पैडल और पांव जरूर घूमना चाहिए। इससे फिटनेस बढ़ने के साथ ही सामान्य बीमारियां भी आस-पास नहीं भटकती हैं। कोविड महामारी से बचने के लिए भी शरीर का भीतर और बाहर दोनों तरह से फिट रहना जरूरी है।

तय की 100 किमी की दूरी

साइकिलिंग का प्रशिक्षण देने के साथ ही सचिन बड़े लोगों के ग्रुप के साथ लंबी दूरी की साइकिलिंग भी कर रहे हैं। बुधवार को सचिन ने एक टीम लेकर मेरठ से मुजफ्फरनगर तक सौ किमी से अधिक साइकिलिंग की। गुरुवार तीन जून को वर्ल्ड साइकिल-डे के मौके पर भी सचिन एक टीम के साथ मेरठ से मुजफ्फरनगर तक का सफर साइकिल से तय करेंगे।

अंतरराष्ट्रीय साइकिलिस्ट सचिन पंवार ने कहा- साइकिलिंग को स्पोट्र्स के तौर पर बढ़ाना जरूरी है। बच्चे साइकिल स्पोट्र्स से जुड़ेंगे तो वे स्वस्थ होंगे। धीरे-धीरे साइकिलिंग को भी लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बनाना है। 

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