विवाह के लिए 20 से 24 जून को रहेगा विशेष मुहूर्त, जानिए- कौन सा दिन खरीदारी के लिए है लाभकारी

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रोहिणी नक्षत्र में है वट सावित्री का व्रत।

इस बार जून माह विशेष फल देने वाला है क्योंकि हर दूसरे दिन व्रत और त्योाहर की तिथि है। इन शुभ संयोग से कष्टों से मुक्ति के साथ जीवन में खुशहाली आएगी। दस जून को वट सावित्री महाव्रत विशेष फलदायी है।

कानपुर, बीते दो माह में कोरोना संक्रमण की तेजी के चलते कई शादी कार्यक्रम टल गए थे। अब जब एक बार फिर संक्रमण की रफ्तार कम हुई तो लोगों ने शादी की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। जून और जुलाई माह में खास मुहुर्त में शादी करने का मन बना रहे लोगों ने खरीदारी भी शुरू कर दी है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है इस बार जून माह में 20 से 24 तारीख पर विशेष मुहूर्त है, वहीं खरीदारी भी विशेष दिन करना बेहद लाभकारी रहेगा।

इस बार जून माह विशेष फलदायी रहेगा, लगभग हर दिन व्रत या त्यौहार होने से जीवन में खुशहाली आएगी और शुभ संयोग से कष्टों से मुक्ति दिलाने में सहायक होंगे। जून माह में ही कई विवाह के विशेष शुभ मुहूर्त के साथ खरीदारी के योग भी बन रहे हैं। शकुंतला शक्ति पीठ के आचार्य अमरेश मिश्र के मुताबिक खरीददारी के लिए 10, 20 व 21 जून शुभ रहेंगे। जबकि विवाह के लिए 20 से 24 जून को विशेष मुहूर्त है। दस जून को पति की दीर्घायु का वट सावित्री महाव्रत रोहिणी नक्षत्र में पड़ रहा है।

विशेष मुहुर्त और व्रत की तिथि

कालाष्टमी : दो जून को कालाष्टमी के दिन मां काली और भैरव बाबा का पूजन किया जाता है। सरसों के तेल का दीपक जलाने से बाधा से मुक्ति मिलती है। अपरा एकादशी : छह को जून भगवान विष्णु का पूजन करने से विभिन्न दोषों से मुक्ति मिलती है।

सोम प्रदोष : सात जून को भक्त भगवान शिव को जल अर्पित कर सोम प्रदोष मनाएंगे। इस दिन दान करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। इस दिन सिद्ध योग में विवाह व मंगल कार्य किए जाएंगे।

वट सावित्री व्रत, शनि जयंती और स्नान दान अमावस्या : दस जून को स्नान दान अमावस्या और शनि जयंती का पर्व एक साथ पड़ रहा है। इस दिन तेल का दान करने शुभ होता है। इसी दिन रोहिणी नक्षत्र में वट सावित्री का महाव्रत का पारण महिलाएं करेंगी।

स्कंदषष्ठी : 16 जून को पड़ने वाली स्कंदषष्ठी में भगवान शिव का परिवार संग अभिषेक करना चाहिए। इससे परिवारिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

महेश नवमी : 19 जून महेश नवमी में भगवान शिव के पूजन से परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

गंगा दशहरा : 20 जून को गंगा दशहरा और रामेश्वर प्रतिष्ठा का शुभ पूजन होगा। यह वर्ष का महत्वपूर्ण पर्व व मुहूर्त होगा।

भीमसेनी एकादशी : 21 जून को निर्जला एकादशी के साथ भीमसेनी एकादशी और रुक्मिणी विवाह का शुभ दिन पड़ रहा है। एकादशी व्रत करने से रोग मुक्ति शरीर रहता है।

अमृत सिद्धि योग : 23 जून से शुभ कार्यों के लिए अमृत सिद्धि योग रहेगा।

देव स्नान पूर्णिमा : 24 जून को देव स्नान पूर्णिमा और भगवान जगन्नाथ का विशेष स्नान किया जाएगा।

संकष्टि चतुर्थी व्रत : 27 जून को संकष्टि चतुर्थी व्रत करने से कष्टों से मुक्ति मिलती है।

कारोबारियों काे भी उम्मीद

जून माह में सहालग के 15 मुहूर्त होने से कारोबारी भी खासे उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि कोरोना संक्रमण की बंदी के बाद अब अच्छी बिक्री हो सकती है। सराफा और कपड़ा बाजार में खासा रौनक भी दिखाई देना शुरू हो गई है। कारोबारियों का कहना है कि अभी 16 जुलाई तक सहालग है और इस बीच अच्छी खासी बिक्री की जा सकती है। सराफा कारोबारी विशाल मिश्रा के मुताबिक अभी बाजार में सहालग को लेकर काफी समय बाकी है। बहुत से परिवार हैं जहां अभी विवाह होने बाकी हैं। इसलिए कारोबारियों को भी पूरी उम्मीद है कि अभी मांग बढ़ती रहेगी। वहीं कपड़ा कारोबार अनुराग का कहना है कि अभी बाजार खुला है, जल्द ही ग्राहकों की आवक भी तेज होगी।

इन तारीखों पर सहालग

जून : 05, 11, 15, 18, 19, 22, 24, 26,

जुलाई : 01, 02, 06, 07, 12, 15, 16

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