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डिजिटल इंडिया की राह पर आगे बढ़ते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने अपनी किताबों में इस बार अभिनव प्रयोग किया है। सभी किताबों में क्यूआर कोड छपा हुआ है। इस कोड को स्कैन कर शिक्षकों को ऑनलाइन स्टडी मैटीरियल के रूप में ऑडियो-वीडियो लिंक मिल जाएंगे।
एनसीईआरटी ने अपनी किताबों में सबसे पहले क्यूआर कोड का प्रयोग किया था। इस बार एससीईआरटी ने भी यही प्रयोग किया है। इसके लिये दीक्षा-नेशनल टीचर्स प्लेरफार्म फॉर इंडिया एप्लीकेशन से टाई अप किया गया है। कोई भी शिक्षक जैसे ही दीक्षा एप के जरिये इस कोड को स्कैन करेगा, वो दीक्षा पोर्टल पर पहुंच जाएगा। इसके साथ ही उन्हें पोर्टल पर मौजूद तमाम स्टडी मैटीरियल का लिंक मिल जाएगा। इस लिंक में सबसे ज्यादा ऑडियो और वीडियो अटैच हैं। इनकी मदद से न केवल शिक्षक खुद को अपडेट कर सकेंगे, बल्कि स्मार्ट फोन की मदद से कक्षा में स्मार्ट एजुकेशन भी दे सकेंगे।
डाउनलोड कर पढ़ा सकते ऑफलाइन
कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को ध्यान में रखते हुए ही दीक्षा पोर्टल पर स्टडी मैटीरियल अपलोड किया गया है। इसमें विभिन्न विषयों से जुड़े वीडियो और ऑडियो हैं। कई में तो कार्टून कैरेक्टर के जरिये पूरे पाठ को रोचक अंदाज में समझाया गया है। वीडियो और फोटो को एक बार डाउनलोड करने के बाद इनका कभी भी ऑफलाइन कक्षा में प्रयोग किया जा सकेगा।
बरेली के देवेंद्र जुड़े प्रोजेक्ट से
कोड को स्कैन कर शिक्षकों को ऑनलाइन स्टडी मैटीरियल मिलेगा। इस मैटीरियल को तैयार करने में एससीईआरटी को लगभग 8 महीने लगे। बरेली के शिक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह भी एससीईआरटी की टीम का हिस्सा रहे। मझगवां ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल भूड़ा में शिक्षक देवेंद्र ने संस्कृत पीयूषम किताब का स्टडी मैटीरियल तैयार किया था।