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पुरना गंगा पुल बंद होने से बढ़ गई परेशानी।
कानपुर और शुक्लागंज के बीच पुराना गंगा पुल के पिलर में दरारें पडऩे पर दो माह पहले आवागमन बंद करा दिया गया था। इसके चलते अब हजारों लोग रोजाना परेशान हो रहे हैं उन्हें चक्कर काटकर जाजमऊ पुल से आवागमन करना पड़ रहा है।
कानपुर,शुक्लागंज को कानपुर से जोडऩे वाले पुराने गंगा पुल की हालत जर्जर होने से पुल में आवागमन बंदकर पीडब्ल्यूडी अब आइआइटी और सीआरआरआइ (सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट) की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। दोनों की रिपोर्ट न आने से हजारों लोग कई किलोमीटर का चक्कर लगाकर आवागमन कर रहे हैं।
उन्नाव और शुक्लागंज के तमाम लोग रोजगार के लिए रोजाना कानपुर आते हैं। शुक्लागंज के पुराने गंगा पुल के पिलर में दरारें पडऩे से जिला प्रशासन ने 10 अप्रैल को इसे बंद करवा दिया था। इसके बाद पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता ने पुल के दोनों तरफ दीवार खड़ी करके आवागमन बंद करवा दिया। वहीं इसकी जांच के लिए आइआइटी और सीआरआरआइ को पत्र लिखा था। करीब दो माह बीतने के बाद भी आइआइटी और सीआरआरआइ की टीम जांच के लिए नहीं पहुंची, जबकि पुल बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को अधिशासी अभियंता मुकेश चंद्र शर्मा आइआइटी विभागाध्यक्ष से मिलने पहुंचे तो वह नहीं मिले। पता चला कि सभी वर्क फ्रॉम होम हैं।
- -पुराने गंगापुल की जांच के लिए आइआइटी में विभागाध्यक्ष से मिलने गए थे, लेकिन वर्क फ्रॉम होम होने की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई। इसी रिपोर्ट के आधार पर पुल पर निर्णय होगा।