RGA news
पांच जून को कृषि कानूनों के विरोध-प्रदर्शन में विधायकों ने कोई तवज्जाे नहीं दी।
भारतीय किसान यूनियन का स्वराज गुट अब गांव-गांव में जागृति मार्च निकालने की रणनीति बना रहा है। संगठन के नेता विधायकों से खपा हैं। इनका कहना है कि पांच जून को कृषि कानूनों के विरोध-प्रदर्शन में विधायकों ने कोई तवज्जाे नहीं दी
अलीगढ़,भारतीय किसान यूनियन का स्वराज गुट अब गांव-गांव में जागृति मार्च निकालने की रणनीति बना रहा है। संगठन के नेता विधायकों से खपा हैं। इनका कहना है कि पांच जून को कृषि कानूनों के विरोध-प्रदर्शन में विधायकों ने कोई तवज्जाे नहीं दी। यहां तक कि ज्ञापन तक नहीं लिया। एक विधायक के आवास के बाहर डेढ़ घंटे बैठे रहे, लेकिन वे पहुंच नहीं। किसान नेताओं ने विधायकों के खिलाफ जागृति मार्च निकाल कर मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने का निर्णय लिया है।
विधायक ने संगठन की अहमियत नहीं समझी
स्वराज के राष्ट्रीय सचिव डा. शैलेश यादव का कहना है कि पांच जून को संयुक्त किसान मोर्चा के स्वराज द्वारा विधायकों के आवास पर विरोध-प्रदर्शन व राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन देने का कार्यक्रम तय था। कोल विधायक के आवास पर पहुंचे। बताया गया कि विधायक नहीं हैं। उनके प्रतिनिधि के बारे में भी जानकारी नहीं दी गई। तब संगठन के पदाधिकारी वहीं बैठ गए। डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद छर्रा विधायक के आवास पर पहुंचे। यहां भी अनसुनी हुई। विधायक ने संगठन की अहमियत नहीं समझी। प्रदेश महासचिव डा. अवधेश यादव ने भी नोकझोंक हुई। जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने बताया संगठन के लोग लौटे तो गांव महुपुरा पर डा. अवधेश की गाड़ी पर हमला हो गया। गंगीरी थाने में शिकायत की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। संगठन ने निर्णय लिया है कि इसके विरोध में जागृति मार्च निकाला जाएगा। विधायक को किसान नेताओं से क्षमा मांगनी चाहिए। जागृति मार्च निकाल कर मुख्यमंत्री तक पूरे प्रकरण की जानकारी पहुंचाई जाएगी। इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आशा है कि मुख्यमंत्री सही निर्णय लेंगे। विरोध करने वालों में ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुनहरी यादव, शिवकुमार, विकास यदुवंशी, सत्येंद्र सिंह, कालू सिंह, सुल्तान सिंह, कुलदीप यादव आदि पदाधिकारी शामिल रहे।