अब क्राइम ब्रांच करेगी विवेचना, सात ठगों के गैर जमानती वारंट जारी

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RGANews

श्रीगंगा इन्फ्रासिटी ठगी प्रकरण की विवेचना अब क्राइम ब्रांच करेगी। मंगलवार शाम इसकी फाइल ट्रांसफर कर दी गई। वहीं इस मामले में फरार चल रहे कंपनी के एमडी समेत सभी सातों आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गए हैं।

पिछले सप्ताह थाना बारादरी में श्रीगंगा इन्फ्रासिटी के एमडी चंद्रगुप्तपुरम कॉलोनी निवासी राजेश मौर्य, एजेंट अजय मौर्य, मनोज मौर्य, दिनेश मौर्य, सिविल लांइस में वसुंधरा होटल के पीछे रहने वाले विश्वनाथ मौर्य, कृष्णनाथ मौर्य, शिवनाथ मौर्य और संदीप सिंह के खिलाफ ठगी के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। आरोप है कि ये लोग निवेशकों का करीब 200 करोड़ रुपया लेकर फरार हो गए हैं। ठगी के शिकार लोगों में मंत्री, अधिकारी, व्यापारी आदि सभी वर्गों के लोग शामिल हैं। इस मामले में अब तक सिर्फ शिवनाथ मौर्य की ही गिरफ्तारी हो सकी है। बारादरी पुलिस ने फरार चल रहे सात आरोपियों के कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी कराए हैं। इसके अलावा आईजी डीके ठाकुर के आदेश पर बारादरी पुलिस ने बुधवार को इस मामले की फाइल क्राइम ब्रांच को सौंप दी है।

एमडी के गुरु ने भी पुलिस को सौंपी स्कार्पियो
श्रीगंगा इन्फ्रासिटी के एमडी राजेश मौर्य ने एक स्कार्पियो पीलीभीत बाईपास स्थित कॉलोनी में रहने वाले अपने गुरु को गिफ्ट की थी। यह गाड़ी कंपनी के नाम से ही फाइनेंस कराई गई थी, मगर गाड़ी राजेश के गुरु चला रहे थे। इसे लेकर जब शिकायतें हुईं तो गुरु ने यह गाड़ी बारादरी पुलिस को सौंप दी है। इस प्रकरण में अब तक पुलिस को सात गाड़ियां मिल चुकी हैं।

गिरफ्तारी न होने पर डीडीपुरम में दिया धरना

इस मामले में फरार चल रहे सात आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी न होने पर बुधवार को डीडीपुरम में कुष्ठ आश्रम के सामने एसएसडी एनजीओ के बैनर तले निवेशकों ने धरना दिया और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके बाद आईजी डीके ठाकुर से मुलाकात की। इन लोगों ने कहा कि सभी पीड़ितों की रिपोर्ट अलग-अलग दर्ज कराई जाए। बोले, हमें जानकारी मिली है कि राजेश मौर्य के माता-पिता कुशीनगर में उसके चाचा के पास हैं। उन्हें गिरफ्तार किया जाए तो राजेश खुद ही सरेंडर कर देगा। निवेशकों ने इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस दौरान सुनील खत्री, सुदेश गुप्ता, शोभित बाजपेयी, योगेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। पीड़ितों की शिकायत पर आईजी ने एसपी क्राइम रमेश भारतीय को ऑफिस बुलाया और पूरा मामला गंभीरता से देखने को कहा।

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