परीक्षार्थियों को अपने नाम की वर्तनी सुधारने को यूपी बोर्ड ने दिया मौका, आपको यह करना होगा

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यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों को वर्तनी सुधारने का मौका दिया गया है।

यह छात्रों के पास एक सुनहरा अवसर है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने साल 2021 के बोर्ड परीक्षार्थियों को अपने नाम की वर्तनी में सुधार करने का एक और मौका दिया है। सोमवार 14 जून से मंगलवार 15 जून तक यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर लिंक एक्टिव होगा

मेरठ, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने साल 2021 के बोर्ड परीक्षार्थियों को अपने नाम की वर्तनी में सुधार करने का एक और मौका दिया है। इस बाबत सोमवार 14 जून से मंगलवार 15 जून तक यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर लिंक एक्टिव किया जाएगा। इसमें 10वीं व 12वीं के परीक्षार्थी अपने नाम की वर्तनी में सुधार कर सकते हैं।

ऐसी की है व्‍यवस्‍था

यूपी बोर्ड के अंकपत्र में साल 2020 से छात्र-छात्राओं व उनके माता-पिता के नाम अंग्रेजी के साथ ही हिंदी में भी लिखने की व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। जिससे नाम में कोई गलती न रह जाए। इसी कड़ी में विद्यालय अभिलेखों के आधार पर छात्रों के नाम में सुधार करने को कहा गया है। अभिलेखों में आवेदन पत्र छात्र पंजिका आदि आदि के आधार पर छात्र-छात्राओं व उनके माता-पिता के नाम की वर्तनी अंग्रेजी व हिंदी में एक ही तरह से लिखा जाना है। नाम में पूरा परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। इस बाबत स्कूल पहले ही परिवर्तनों की सूची बना लें जिससे वेबसाइट सक्रिय होने के बाद एक साथ ही सभी सुधार किए 

परीक्षा फार्म भरने पर ही अगली कक्षा में प्रवेश

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं की परीक्षा की तैयारी चल रही है। वहीं, दूसरी ओर कुछ कोर्स में परीक्षा फार्म भरने से वंचित रह गए छात्रों को दोबारा से फार्म भरने के लिए मौका भी दिया गया है। विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा हो या प्रोन्नति छात्रों को परीक्षा फार्म भरना ही होगा। विश्वविद्यालय स्नातक अंतिम और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा दो जुलाई से कराने जा रहा है। जबकि बीएड की परीक्षा सितंबर में प्रस्तावित है। इसके साथ ही एलएलबी और एलएलएम के परीक्षा फार्म भी भरने शुरू हुए हैं। दूसरी ओर सम सेमेस्टर के भी परीक्षा फार्म भरे जा रहे हैं।

परीक्षा शुल्‍क न लिया जाए

विश्वविद्यालय की ओर से इस बार स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष के अलावा स्नातक द्वितीय वर्ष की भी परीक्षा कराई जाएगी। इसके अलावा अन्य छात्रों को बगैर परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया जाएगा। छात्रों की मांग है कि जिन कक्षाओं में परीक्षा नहीं हो रही है। उसमें परीक्षा शुल्क न लिया जाए। केवल जिनकी परीक्षा होने वाली है उन्हीं में परीक्षा शुल्क लिया जाए। हालांकि, विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा शुल्क को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि छात्रों की ओर से इसकी मांग की जा रही है, लेकिन अभी लिखित में उनके पास ऐसी कोई मांग नहीं आई है। फिलहाल परीक्षा हो या प्रोन्नति छात्रों को परीक्षा फार्म भरना ही होगा।

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