जुलाई में होंगी Rohilkhand University की स्नातक और स्नातकोत्तर की परीक्षाएं, 570 महाविद्यालयों में स्वकेंद्र परीक्षा बनेगी चुनौती

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70 प्रतिशत महाविद्यालयों में नहीं हैं सीसीटीवी कैमरे, ब्लैक लिस्टेड कॉलेज में पहले करायी जाएगी सीसीटीवी लगाने की कवायद।

 स्नातक और स्नातकोत्तर की परीक्षाओं का बिगुल बज चुका है। अगले माह परीक्षा करायी जानी है। हालांकि अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है। लेकिन परीक्षा समिति की ओर से जुलाई में स्नातक और परास्नातक की परीक्षाओं को कराने पर मुहर लग गयी है।

बरेली: स्नातक और स्नातकोत्तर की परीक्षाओं का बिगुल बज चुका है। अगले माह परीक्षा करायी जानी है। हालांकि अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है। लेकिन परीक्षा समिति की ओर से जुलाई में स्नातक और परास्नातक की परीक्षाओं को कराने पर मुहर लग गयी है। लेकिन महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विवि को इस बार 570 महाविद्यालयों में स्वकेंद्र परीक्षा करानी होगी। यह परीक्षा इस बार विवि के लिए चुनौती बनी हुई है।

जुलाई में परीक्षा कराए जाने की घोषणा के बाद तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। जिसमें स्वकेंद्रों को लेकर ज्यादा सजगता कैसे बरती जाए। इस विषय पर मंथन चल रहा है। नकलविहीन परीक्षा भी करायी जानी है। ऐसे में सवाल उठता है कि निगरानी कैसे की जाए। क्योेंकि 70 प्रतिशत महाविद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए हैं। यदि लगे हैं तो संचालित नहीं है। परीक्षा के लिए यह सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। क्योंकि स्वकेंद्र होने के कारण इसमें कई कॉलेज ऐसे हैं । जो ब्लैक लिस्टेड हैं।

हालांकि परीक्षा नियंत्रक संजीव सिंह का कहना है कि अभी ब्लैक लिस्टेड महाविद्यालयों की सूची तैयार नहीं की गई है। महीने का द्वितीय शनिवार होने के कारण विवि में अवकाश रहा है। लेकिन तैयारियों का दौर शुरू हो चुका है। परीक्षा नियंत्रक ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी रुपरेखा तैयार की जा रही है। सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों के विषय में सूची बनायी जाएगी। जिससे जानकारी हो सके कि कौन से कौन कॉलेज ऐसे हैं।

सीसीटीवी लगने हैं या खराब हैं। तो सही कराने हैं। निगरानी समितियों का भी गठन किया जाना है। परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि परीक्षा से पूर्व सभी प्रकार की तैयारियों को अमली जामा पहनाया जाना है। क्योंकि अब परीक्षाएं ऑफलाइन ही करायी जाएंगी। आठ सेमेस्टर कोर्सेज की परीक्षाएं हो चुकी हैं। उनके विषय में मंथन किया जाएगा कि ऑनलाइन परीक्षाएं कराएं या आफ लाइन परीक्षाएं कराएं। बाकी परीक्षाएं आफलाइन कराने की कवायद की जाएगी।

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