ब्लैक फंगस वार्ड का एसी फेल, तीन दिन से आपरेशन नहीं, कोरोना के 13 नए केस

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मेरठ मेडिकल कालेज में आपरेशन थिएटर गर्म मिला, सर्जरी नहीं की सकी।

ब्लैक फंगस वार्ड के प्रभारी डा. वीपी सिंह ने बताया कि अब तक 30 मरीजों का आपरेशन किया जा चुका है। लेकिन तीन दिनों से वार्ड की एसी खराब होने से इसे रोकना पड़ा। इससे पहले कई मरीजों की शुगर ज्यादा एवं लंग्स कमजोर मिलने से आपरेशन टालना पड़ा है।

मेरठ, कोरोना के बाद ब्लैक फंगस के संक्रमण से बड़ी संख्या में मरीजों की जान चली गई है, लेकिन चिकित्सा में जानलेवा लापरवाही फिर सामने आई है। मेडिकल कालेज में भर्ती फंगस मरीजों का पिछले तीन दिनों से आपरेशन नहीं किया जा सका, क्योंकि सेंट्रल एसी खराब हो गई थी। आपरेशन थिएटर का तापमान ज्यादा मिलने से कई मरीजों को सर्जरी की टेबल से लौटाना पड़ा। एसी बनाने के लिए शनिवार को दिनभर मशक्कत की गई। वहीं, लैब में एक सैंपल खराब होने से येलो फंगस की जांच नहीं हो सकी।

अब तक तीस का आपरेशन

ब्लैक फंगस वार्ड के प्रभारी डा. वीपी सिंह ने बताया कि अब तक 30 मरीजों का आपरेशन किया जा चुका है। लेकिन तीन दिनों से वार्ड की एसी खराब होने से इसे रोकना पड़ा। डा. सिंह ने बताया कि इससे पहले कई मरीजों की शुगर ज्यादा एवं लंग्स कमजोर मिलने से आपरेशन टालना पड़ा है। आपरेशन थिएटर का न्यूनतम तापमान होता है, जिसके बढऩे पर सर्जरी नहीं की जा सकती है। बताया कि संक्रमण आंख व जबड़े में पहुंचने पर आपरेशन बेहतर विकल्प होता है। संक्रमित टिस्सू काटकर निकाल दिया जाता है।

सैंपल खराब हुआ, फिर से ग्रो करवाना पड़ा

सप्ताहभर पहले एक मरीज में येलो फंगस के लक्षण मिले थे, जिसका सैंपल जांच के लिए माइक्रोबायोलोजी लैब भेजा गया। लेकिन रखरखाव में कमी से सैंपल खराब हो गया। दोबारा सैंपल लेकर फंगस को ग्रो कराना पड़ रहा है। जांच रिपोर्ट आने में वक्त लग सकता है।

चार दिनों में 60 से ज्यादा मरीज डिस्चार्ज

प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि चार दिन पहले वार्ड में सौ से ज्यादा फंगस मरीज थे, जिनकी संख्या अब महज 37 रह गई है। किसी फंगस मरीज की जान नहीं गई है। शनिवार को पांच नए मरीज भर्ती किए गए, जबकि छह को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक मेडिकल में 193 मरीज भर्ती किए गए, जिसमें से 142 ठीक होकर घर गए। आनंद अस्पताल में 37 मरीजों का इलाज हुआ है।

13 नए कोरोना मरीज मिले, चार की मौत

मेरठ में कोरोना की चाल अब काफी धीमी हो गई है। शनिवार को 5878 सैंपलों की जांच में 13 में वायरस की पुष्टि की गई, जबकि चार मरीजों की मौत हो गई। दो कोरोना मरीजों की मेडिकल कालेज में मौत हुई है। 174 मरीज होम आइसोलेशन में रखे गए हैं, वहीं 356 सक्रिय मरीज हैं। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि शनिवार को 26 मरीज डिस्चार्ज किया गया है। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड प्रभारी डा. धीरज राज ने बताया कि कोविड वार्ड में बीस से कम मरीज बचे हैं।

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