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अपराध के कई मुकदमे दर्ज हैं को गिरफ्तार कर लिया था
ऐसे में नामजद आरोपितों के अलावा नारायण सिंह व रणधीर सिंह तोमर के नाम और बढ़ाए गए।मामले के तूल पकडऩे के बाद पुलिस ने आनन फानन कार्रवाई करते हुए मनोज सिंह नारायण सिंह रॉकी यादव जिनके खिलाफ अपराध के कई मुकदमे दर्ज हैं को गिरफ्तार कर लिया था।
कानपुर हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह की फरारी के मामले में पुलिस अब तक बाकी बचे छह आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि पुलिस ने आनन फानन कार्रवाई करते हुए पांच बड़े आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था, मगर कमजोर माने जा रहे आरोपित पुलिस के लिए मुसीबत बन गए हैं।
भाजपा से निष्कासित पूर्व जिला मंत्री नारायण सिंह की जन्मदिन पार्टी में हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह की मौजूदगी की सूचना पर नौबस्ता पुलिस ने तीन जून को एक गेस्ट हाउस में छापा मारा था।
मनोज सिंह को गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन नारायण सिंह और उसके अन्य साथियों ने मिलकर पुलिस जीप में बैठे मनोज को उतारकर फरार करा दिया था। मामले में पुलिस ने मनोज सिंह, आदित्य दीक्षित (सही नाम आदित्य द्विवेदी), रॉकी यादव, धीरू शर्मा, गोपाल शरण चौहान, रॉबिन सक्सेना, राजबल्लभ पांडेय, विकास तिवारी और बाबा ठाकुर व 19-20 अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। घटनाक्रम से जुड़े लगभग आधा दर्जन वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए थे, इसके आधार पर पुलिस ने आठ आरोपितों की पहचान की थी। ऐसे में नामजद आरोपितों के अलावा नारायण सिंह व रणधीर सिंह तोमर के नाम और बढ़ाए गए।मामले के तूल पकडऩे के बाद पुलिस ने आनन फानन कार्रवाई करते हुए मनोज सिंह, नारायण सिंह, रॉकी यादव जिनके खिलाफ अपराध के कई मुकदमे दर्ज हैं को गिरफ्तार कर लिया था।
इसके अलावा रणधीर सिंह और गोपाल शरण चौहान को भी गिरफ्तार कर लिया। मगर, दस दिन गुजर जाने के बाद बाकी बचे छह आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है। जबकि फरार आरोपितों में रॉबिन को छोड़कर कोई बड़ा अपराधी नहीं है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि पुलिस गिरफ्तारी न करने को लेकर दबाव में है। हालांकि पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने किसी भी दबाव से इन्कार किया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।