अब गांव-गांव कोरोना टीकाकरण अभियान, स्कूल व पंचायत भवन बनेंगे केंद्र

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RGA न्यूज़

उत्तर प्रदेश में जुलाई माह में गांव-गांव जाकर टीमें कोरोना का टीका लगाएंगी।

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में जुलाई से और तेजी लाई जाएगी। जून में एक करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है तो जुलाई में तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

लखनऊ उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में जुलाई से और तेजी लाई जाएगी। जून में एक करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है तो जुलाई में तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। हर दिन 10 लाख लोगों को टीका लगाया जाएगा। ऐसे में गांव व शहरी निकायों को कलस्टर में विभाजित किया जाएगा। अस्पतालों के अलावा स्कूलों व पंचायत भवनों आदि में टीकाकरण केंद्र बनाए जाएंगे। आशा वर्कर लोगों को घर-घर जाकर बुलावा पर्ची बांटेंगी। इस बुलावा पर्ची में टीकाकरण स्थल व तारीख लिखी होगी।

उत्तर प्रदेश में कोरोना टीकाकरण से पहले तीन दिन तक प्रत्येक क्षेत्र में जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और लोगों की टीकाकरण से जुड़ी भ्रांतियां दूर की जाएंगी। प्रयोग के तौर पर 17 जून से ही हर जिले के एक तिहाई ब्लाक से इसकी शुरुआत की जाएगी, ताकि अभियान में यदि कोई दिक्कत आ रही है तो उसे समय रहते ठीक कर लिया जाए।

अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जुलाई में प्रतिदिन 10 लाख टीके लगाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विकास खंडों व शहरी क्षेत्रों में शहरी निकायों को कलस्टर में विभाजित किया जाएगा। उदाहरण के तौर पर यदि किसी विकास खंड में 100 राजस्व गांव हैं तो उसे आठ से 12 कलस्टर में विभाजित किया जाएगा। मतदाता सूची की मदद से 18 से 44 वर्ष की आयु और 45 पार लोगों को चिन्हित किया जाएगा। टीका लगाने के लिए टीमें गठित की जाएंगी

प्रत्येक कलस्टर में टीकाकरण कब होना है, इसकी तारीख व स्थल पहले से तय होंगे। आशा वर्कर लोगों को बुलावा पर्ची देकर टीका लगवाने के लिए आमंत्रित करेंगी। इस पर्ची में टीकाकरण का स्थल व तारीख लिखी होगी। वैक्सीन लगाने के लिए मौके पर ही लोगों के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था होगी। लोगों के घर के पास ही पंचायत भवन, स्कूलों और अन्य परिसरों में टीकाकरण केंद्र बनाए जाएंगे।

टीकाकरण से पूर्व तीन दिन तक लोगों की वैक्सीन से जुड़ी भ्रांतियां दूर करने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए टीमें गठित होंगी। टीम में ग्राम प्रधान, लेखपाल, आशा व आंगनबाड़ी वर्कर, प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक, पंचायत सेक्रेट्री तथा युवक व महिला मंगल दल के सदस्य शामिल होंगे। टीका लगवाने के बाद यदि किसी व्यक्ति को परेशानी होती है तो उसके उपचार के लिए पहले से ही क्विक रिस्पांस टीमें मौजूद रहेंगी। इन टीमों में डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ के साथ टीके के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए जरूरी दवाएं भी मौजूद होंगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर भी उपचार होगा।

17 जून से प्रयोग के तौर पर चार कलस्टर में अभियान : प्रयोग के तौर पर 17 जून से सभी जिलों के एक तिहाई विकास खंडों को चार कलस्टर में बांटकर टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। पहले कलस्टर में 17 से 19 जून तक जागरूकता अभियान और 21 व 22 जून को टीकाकरण होगा। दूसरे कलस्टर में 19 से 22 जून तक जागरूकता अभियान और 23 व 24 जून को वैक्सीन लगाई जाएगी। तीसरे कलस्टर में 22 से 24 जून तक जागरूकता अभियान और 25 व 26 जून को टीके लगाए जाएंगे। इसी तरह चौथे कलस्टर में 24 से 26 जून तक जन जागरूकता अभियान व 28 से 30 जून तक वैक्सीन लगाई जाएगी।

ड्राइवर व पटरी दुकानदारों का टीकाकरण शुरू : प्रदेश में सोमवार से पटरी दुकानदारों, फल व सब्जी विक्रेताओं, टैक्सी, बस, टैंपों, आटो रिक्शा, ई-रिक्शा व रिक्शा चालकों को वैक्सीन लगाने के लिए विशेष काउंटर शुरू किए गए। नगर निगम व नगर पालिका परिषद के कार्यालयों में पटरी दुकानदारों व आरटीओ कार्यालय में ड्राइवरों को वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है।

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