पायलट की नहीं हो सकी राहुल और प्रियंका से मुलाकात

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RGA न्यूज़

शर्मा, सिंह व मीणा ने पिछले साल पायलट के साथ बगावत कर मानेसर में बाड़ाबंदी की थी ।

बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक बोले गद्दार अब आलाकमान पर दबाव बना रहे हैं। पायलट समर्थक विधायक शर्मा का यूटर्न बोले गहलोत को अपना नेता माने सचिन। विधायक संदीप यादव ने कहाजिन लोगों ने पार्टी के साथ गद्दारी की वे अब आलाकमान पर दबाव बना रहे।

 जयपुर । राजस्थान कांग्रेस की सियासत तेजी से बदल रही है । पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट तीन दिन दिल्ली में रहे,लेकिन उनकी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात नहीं हुई । इसी बीच पायलट के साथ बगावत करने वाले विधायक भंवरलाल शर्मा ने मंगलवार को यू टर्न लिया और कहा कि अशोक गहलोत को आलाकमान ने मुख्यमंत्री बनाया है । पायलट को भी उन्हे नेता मानना ही पड़ेगा । दो अन्य विधायक विश्वेंद्र सिंह व पी.आर.मीणा पाला बदलकर गहलोत खेमे में पहुंच गए । शर्मा, सिंह व मीणा ने पिछले साल पायलट के साथ बगावत कर मानेसर में बाड़ाबंदी की थी ।

उधर बसपा विधायक दल का कांग्रेस में विलय करने वाले विधायकों ने मंगलवार को एक बार फिर जयपुर में बैठक कर पायलट खेमे पर निशाना साधा । विधायक संदीप यादव ने कहा,जिन लोगों ने पार्टी के साथ गद्दारी की,सरकार को अस्थिर करने का काम किया वे अब आलाकमान पर दबाव बना रहे हैं । आलाकमान को चाहिए कि वह पायलट खेमे को दरकिनार करे ।

बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक राजेंद्र गुढ़ा, जोगेंद्र सिंह अवाना, संदीप यादव व लाखन सिंह ने कहा कि अगर हम और 10 निर्दलीय साथ नहीं देते तो अब तक गहलोत सरकार गिर गई होती। हमारे कारण सरकार बची, अब हमें अपना हक मिलना चाहिए। इन विधायकों ने सरकार में भागीदारी की मांग फिर दोहराई।

पायलट खेमे में सेंधमारी

डॉक्टरों की सलाह पर पोस्ट कोविड़ के चलते दो माह तक लोगों से सीधी मुलाकात नहीं करने की बात कहने वाले सीएम अपने आवास में रह कर पायलट खेमे में सेंधमारी में जुटे हैं। उनके विश्वस्त पायलट समर्थकों के साथ ही अन्य विधायकों का भी मन टटोल रहे हैं । सीएम की ही रणनीति के तहत कभी पायलट के विश्वस्त माने जाने वाले विधायक शर्मा ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए साफ कर दिया कि गहलोत मेरे नेता हमेशा रहेंगे ।सबको मंत्री नहीं बनाया जा सकता । मसले को सुलझाने के लिए बनाई गई सुलह कमेटी की चर्चा करते हुए शर्मा ने कहा कि यह मामला लटकाने के लिए ही बनाई गई थी । इससे पहले पायलट के दो अन्य विश्वस्त विश्वेंद्र सिंह व मीणा भी पाला बदल चुके हैं। इंद्रराज गुर्जर भी गहलोत के संपर्क में बताए जाते हैं।

हमें नहीं पता था कांग्रेस में ऐसे नाटक होते हैं

बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले 6 में 4 विधायकों ने बैठक कर कहा कि आलाकमान को असली व नकली के बीच पहचान करनी चाहिए। पिछले साल पायलट के साथ बगावत करने वाले नकली हैं। हमने ईमानदारी से बसपा विधायक दल का कांग्रेस में विलय किया था । लेकिन हमें यह पता नहीं था कि कांग्रेस में ऐसे नाटक होते हैं । पायलट समर्थकों पर सरकार गिराने के प्रयास का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि गद्दारों ने सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया था । अब फिर मंत्री बनने के लिए आलाकमान पर दबाव बना रहे हैं ।

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