RGA न्यूज: कुख्यात ईनामी लुटेरा जफर सुपारी पुलिस किया गिरफ्तार

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 महानगर में लूट-छिनैती की वारदात को अंजाम देकर एएमयू के एसएस नार्थ हॉल के रूम नंबर 42 में जा छिपने वाले नितिन उर्फ माया गैंग के खास सदस्य 20 हजार के इनामी जफर सुपारी को कोतवाली पुलिस ने दबोच लिया। 

RGA न्यूज अलीगढ

इसी जफर सुपारी ने 15 मार्च की देर रात सासनी गेट के पला रोड पर बर्थडे पार्टी से लौट रहे भाई-बहन से लूट के दौरान बहन को गोली मारी थी और मौके से इसका एक साथी कासिम दबोचा गया था। जफर सुपारी पर नितिन उर्फ माया की गिरफ्तारी के दौरान मौके से भाग गया था, तभी से उस पर इनाम घोषित था। फरारी के दौरान काफी समय तक वह धार्मिक यात्रा (जमात) में शामिल हो गया था। इसलिए पुलिस से बचा रहा। अब वापस आकर फिर लूटपाट करने लगा और दबोचा गया।

एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने पुलिस लाइन सभागार में रविवार दोपहर प्रेसवार्ता में बताया कि 15 मार्च की देर रात सासनी गेट के आदर्श नगर पला रोड पर भाई बहन को बाइक सवार तीन बदमाशों ने लूटने का प्रयास किया था। विरोध करने पर युवती निकिता सिंह को गोली मारी गई थी। इस दौरान एक बदमाश कासिम निवासी बाबरी मंडी को दबोच लिया था, जबकि दो फरार हो गये। कासिम से पूछताछ में उसके फरार साथियों में एक नाम जफर सुपारी निवासी टनटनपाड़ा फर्श प्रथम कोतवाली उजागर हुआ, जिसे सुनकर पुलिस चौंक गई, क्योंकि वह 31 दिसंबर से फरार था और उस पर बीस हजार का इनाम था। उसकी मुखबिरी के समय यही पता चला कि वह धार्मिक यात्रा पर निकला है। इसलिए पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही थी। 

अब इस वारदात में क्लू मिलने पर सीओ प्रथम विशाल पांडेय के नेतृत्व में टीम को लगाया गया और इंस्पेक्टर कोतवाली राजीव सिरोह की टीम ने 18 मार्च की तड़के उसे मुठभेड़ के दौरान दबोच लिया। उसने पूछताछ में स्वीकारा कि वह कासिम के साथ निकिता व उसके भाई से लूट में शामिल था और उसी ने निकिता को गोली मारी थी। इस वारदात से पहले वह काफी देर से रामघाट रोड पर शिकार की तलाश में घूम रहे थे। इसके बाद घूमते हुए सासनी गेट पर पहुंचे और यहां पला रोड पर जब शिकार मिला तो उसे लूटा गया। जफर की गिरफ्तारी के समय हुई मुठभेड़ में उसका एक अन्य साथी इजहार उर्फ चीनी निवासी पुरानी कोतवाली खाईडोरा व कासिम उर्फ सल्लू निवासी हबीब पेंटर वाला रोड तुर्कमान गेट फरार हो गए, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है। इजहार उर्फ चीनी पला रोड की लूट में भी शामिल था। इसके अलावा उसने शहर के सासनी गेट, सिविल लाइंस, क्वार्सी की एक दर्जन लूट व छिनैती स्वीकारी हैं। इस गिरफ्तारी में कोतवाली के सिपाही केशव सिंह की भूमिका सराहनीय रही।

एएमयू में सख्ती के बाद चला गया धार्मिक यात्रा पर
जफर सुपारी ने पूछताछ में स्वीकारा कि वह कुख्यात मुनीर व सोनू गौतम से ताल्लुक रखने वाले नितिन शर्मा उर्फ माया निवासी चोगानपुर छतारी, बुलंदशहर का खास दोस्त है। नितिन उर्फ माया को 31 दिसंबर 2017/01 जनवरी 2018 की रात सिविल लाइंस पुलिस ने उसके अन्य साथियों संग दबोचा था। उस दौरान वह खुद मुठभेड़ में बचकर भाग गया था। उसने नितिन उर्फ माया संग डेढ़ दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दिया। अक्तूबर, नवंबर व दिसंबर माह में सिविल लाइंस, क्वार्सी, बन्नादेवी इलाकों में हुईं ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देने के बाद वह अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी (एएमयू) के एसएस नार्थ हाल के रूम नंबर 42 में छिप जाया करते थे। नितिन संग जेल गए लुटेरे जैद आजम खान की दोस्ती बिहार के रहने वाले  एएमयू छात्र रेहान से थी, उसी के साथ वह वहां ठहरा करते थे। नितिन व उसके गैंग की गिरफ्तारी के बाद जब एएमयू में सख्ती हो गई तो वह धार्मिक यात्रा पर पहले बरौली और बाद में हाथरस चला गया। लंबा समय बिताने के बाद फिर लौटकर नया गैंग बनाकर वारदात करने लगा।

गर्लफ्रेंड के लिए लूट शुरू, अब है महिला मित्र
जफर सुपारी ने स्वीकारा कि उसने कई साल पहले फर्श पर ही रहने वाली अपनी एक गर्लफ्रेंड के खर्चे पूरे करने और महंगे कपड़े पहनने व शौक पूरे करने के लिए लूट करना शुरू किया। इसी बीच नितिन माया से दोस्ती हो गई। करीब तीन साल पहले गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप हो गया। मगर अब एक महिला मित्र के लिए लूटपाट करता फिर रहा था। धार्मिक यात्रा पर जाने के लिए उसने सिर मुंडवाया था। 

गोली मारने के चलते नाम पड़ा जफर सुपारी
लूटकांड में गोली मारने में माहिर होने के कारण उसका नाम हिंदी फिल्म के किरदार जफर सुपारी की तर्ज पर रखा गया। सलमान खान अभिनित हिंदी फिल्म गर्व में जफर सुपारी दुबई में बैठे डॉन का रोल है।

गोली मारने का नहीं कोई अफसोस
पुलिस मुखबिर जब जफर सुपारी के पीछे लगे तो वह पहले तो वारदात के बाद फिरोजाबाद भाग गया। मगर बाद में फिर अलीगढ़ लौटा और कल रात गिरफ्तारी से पहले उसने पुलिस मुखबिर के सामने खुलकर पला रोड पर वारदात का जिक्र करते हुए कहा कि उसे लड़की को गोली मारने का कोई अफसोस नहीं। गोली मार दी तो क्या हो गया। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। 

 

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